मध्यप्रदेश में 11 और 12 जनवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 को लेकर सीएम योगी का अब 13 जनवरी को दिल्ली और नोएडा के निवेशकों को लुभाने के लिए रोड शो होना है। विदेशों में सफलता मिलने के बाद यूपी में निवेश को लेकर रोड शो की तैयारियां की जा रही हैं।
श्रीराम फाइनेंस भारत में सबसे बड़े खुदरा एनबीएफसी यानी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी में से एक है। बता दें कि श्रीराम फाइनेंस ने 1 जनवरी 2023 से ब्याज दरों में 5-30 आधार अंकों यानी बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है।
यूपी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के लिए योगी के कैबिनेट मंत्रियों ने विदेशों के दौरे किए ताकि ज्यादा से ज्यादा निवेश राज्य में लाया जा सके। विदेशों से वापस आए मंत्रियों की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के युवाओं को जल्द ही सात लाख नौकरियां मिलेगी।
यूपी कैबिनेट मंत्री विदेश के दौरे से लौटकर सीएम योगी को रिपोर्ट दी है। सभी ने बताया कि करीब 16 देश सात लाख करोड़ का निवेश करेंगे। इसके साथ ही लखनऊ, प्रयागराज, नोएडा, अलीगढ़, कानपुर में सबसे ज्यादा निवेशक निवेश करेंगे।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधाते हुए कहा कि यूपी सरकार निवेश के नाम पर झूठी दिलासा दे रही है। सपा सरकार में हुए निवेश जमीन पर दिख रहे है लेकिन योगी सरकार में निवेश सिर्फ कागज में दिख रहे है।
यूपी के एमएसएमई मंत्री सचान का दावा है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर जो अबुधाबी और दुबई में रोड शो और अलग-अलग समूहों के साथ बैठक हुई है। उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूएई से पचास हजार करोड़ से अधिक का निवेश आएगा।
यूपी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स से पहले राज्य के मंत्री विदेशों का दौरा कर रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रदेश में विदेशी कंपनियां निवेश कर सकें। वहीं नीदरलैंड और अमेरिका के साथ साइन हुए एमओयू पर कह सकते है कि राज्य औद्योगिक क्षेत्र में बड़ा साझेदार बन सकता है।
यूपी में औद्योगिक विकास के लिए योगी मॉडल को दुनिया लोहा मान रही है। कई विदेशी कंपनियां देश समेत राज्य में निवेश के प्रस्ताव ला रही है। जिसकी वजह से लाखों के रोजगार अवसर खुलेंगे। दूसरी ओर सीएम योगी ने भी दस लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा है।
महंगाई को कंट्रोल करने के लिए रिजर्व बैंक बाजार से अतिरिक्त तरलता (Cash Flow) खींच लेता है। इसके लिए वो अक्सर रेपो रेट को बढ़ा देता है। रेपो रेट बढ़ने के बाद बैंक FD पर ब्याज दरें बढ़ा देते हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपना पैसा बैंक में रखें। फिलहाल एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज इन बैंकों में मिल रहा है।