सार
यूपी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के लिए योगी के कैबिनेट मंत्रियों ने विदेशों के दौरे किए ताकि ज्यादा से ज्यादा निवेश राज्य में लाया जा सके। विदेशों से वापस आए मंत्रियों की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के युवाओं को जल्द ही सात लाख नौकरियां मिलेगी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के 16 मंत्रियों ने बीते दिनों विदेश टूर किया था। तमाम देशों में जाकर निवेश की संभावनाओं पर बातचीत हुई थी। इसके बाद 16 देशों से 7 लाख करोड़ से अधिक का निवेश होने की संभावना है। इसके चलते 7 लाख लोगों को नौकरियां मिलेंगी। यह सब तब संभव हुआ जब यूपी के 16 देशों का दौरा मंत्रियों के द्वारा किया गया है। राज्य में निवेश के लिए अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम सबसे ज्यादा इंट्रेस्टेड हैं। इन दोनों देशों से करीब चार लाख करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव मिला है। यूपी में निवेश के लिए बंपर ऑफर मिले हैं और विदेशी निवेशक कृषि से लेकर डिफेन्स सेक्टर तक में निवेश को तैयार नजर आए। इसी वजह से कहा जा रहा है कि विदेशों से बड़े पैमाने पर निवेश आने से रोजगार भी खूब बढ़ेगा।
विदेशी दौरे में 149 MOU हुए है साइन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदेश लेकर कंपनियों, उद्यमियों और संस्थाओं को निवेश का न्योता देने के लिए विदेश दौरे पर गई टीम यूपी वापस लौट आई हैं। जिसमें 16 मंत्री शामिल थे और सभी मंत्रियों ने 16 देश के 21 शहरों में आयोजित इन्वेस्टर्स रोड शो में मंत्रियों ने शिरकत की है। योगी सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इस दौरान 149 MOU साइन किए गए हैं। इससे 7,02,415 लोगों के लिए रोजगार मिल सकेंगे। सीएम योगी ने इस विदेश दौरे के बाद भी कहा है कि 15 जनवरी के बाद एक बार फिर कुछ देशों की यात्रा की जाएगी। उनका कहना है कि विदेश में रोड शो की इस सफलता से यह पक्का हो गया है कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 ऐतिहासिक होने जा रही है।
UP सरकार के मंत्रियों ने विदेश दौरे से लौटने के बाद बताई अहम जानकारियां
1. फ्रांस और नीदरलैंड में 22 हजार करोड़ के एमओयू
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रावधिक शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय नीदरलैंड-फ्रांस दौरे से लौटने के बाद बताया कि दोनों जगह निवेशकों के मन में भारत के प्रति बड़ा विश्वास है। दोनों देशों से लगभग 22 हजार करोड़ के एमओयू हुए है। मंत्रियों ने यह भी बताया कि इन देशों में भारत में उनकी प्राथमिकता यूपी है। इसके अलावा वह आगे बताते है कि नीदरलैंड में एक बड़ी आबादी पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासियों की है। यह लोग डेढ़ शताब्दी पहले गिरमिटिया मजदूर के रूप में सूरीनाम पहुंचे थे और आज नीदरलैंड में हैं।
2. US-UK करेगा चार लाख लाख करोड़ का निवेश
यूपी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना के नेतृत्व में US-यूके के तीन शहरों के भ्रमण में गई टीम वापस लौट आई है। अमेरिका और इंग्लैंड के निवेशकों ने राज्य में 4.07 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने के लिए सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। सुरेश खन्ना ने बताया कि हिंदुजा ग्रुप और रॉल्स रॉयस से बड़े निवेश के लिए चर्चा हुई है। सैन फ्रांसिस्को से सलोनी हर्ट फाउंडेशन ने SGPGI लखनऊ को ₹415 करोड़ का CSR अनुदान देने का निर्णय लिया है। वहीं लंदन में हीरानंदानी समूह ने यूपी के साथ अपने अच्छे अनुभव को साझा किए। इसके अलावा जियो थर्मल पॉवर तकनीक के लिए ₹41000 करोड़ के निवेश का एमओयू हुआ है। सिफी इंटरनेशनल 8300 करोड़ का निवेश करेगी।
3. 40 हजार करोड़ का निवेश करेगा जर्मनी, बेल्जियम
जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन का रोड शो भी बेहद सफल रहा है। इन देशों से वापस लौटे नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने बताया कि यूपी की टीम के इस तरह वैश्विक दौरे पर पहली बार गई थी। निवेशकों के लिए यह बड़ा उत्साह वर्धक रहा। नौ दिन में तीन देश से 40 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव और एमओयू प्राप्त हुए। मंत्री नंद गोपाल नंदी और पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद की टीम 40 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव लेकर लौटी है। उनका कहना यह भी है कि इस तरह के दौरे नियमित अंतराल पर होने चाहिए।
4. धार्मिक स्थानों में दक्षिण कोरिया और जापान करेगा निवेश
दक्षिण कोरिया और जापान दौरे से लौटे मंत्री जयवीर सिंह और मंत्री आशीष पटेल का कहना है कि इन देशों की ज्यादातर तकनीकी कंपनियां दक्षिण भारत में निवेश करती रही हैं। उन्होंने बताया कि दक्षिण कोरिया से 25 हजार करोड़ के निवेश के एमओयू किए है। सीको एडवान्स यूकिनोरी कोबे समझौता ज्ञापन मंजूर कराया गया। इसकी वजह से निर्माण इकाई के स्थापित होने पर हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। मंत्री जयवीर सिंह ने जापान में निवेशकों से बातचीत कर करार किए। उन्होंने यह भी बताया कि पर्यटकों के लिए यूपी में धार्मिक स्थानों में काशी, मथुरा, अयोध्या तथा वृन्दावन विश्व प्रसिद्ध आस्था के केन्द्र और वन्य पर्यटन में निवेश पर करार हुए हैं।
5. मैक्सिको और ब्राजील में यूपी को लेकर है उत्साह जनक माहौल
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और संजय निषाद का कहना है कि मैक्सिको, ब्राजील और अर्जेंटीना के दौरे से वापस आए तीनों ही देशों में यूपी को लेकर उत्साह जनक माहौल है। ज़ेबू एम्ब्रियो कम्पनी ने मथुरा में कृषि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुकता जताई तो वहीं ब्राजील में रक्षा क्षेत्र की अनेक कंपनियों के साथ अच्छी बातचीत हुई। इसके अलावा मैक्सिको से फ़ूड प्रोसेसिंग और एग्रो और डेयरी सेक्टर में बड़ी संभावनाएं हैं।
6. नए यूपी की तस्वीर से प्रभावित है ऑस्ट्रेलिया-सिंगापुर
ऑस्ट्रेलिया-सिंगापुर से लौटे समूह की ओर से मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का कहना है कि निवेशक नए भारत के नए यूपी की तस्वीर से सभी प्रभावित दिखे हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि सुरक्षा-सहूलियत के आश्वासन के साथ विभिन्न प्रोजेक्ट पर वार्ता हुईं। इसके साथ ही स्थानीय प्रवासी भारतीय समूहों से भी संवाद हुआ।
7. 50 हजार करोड़ का निवेश करेंगे खाड़ी देशों के उद्यमी
यूपी की कैबिनेट मंत्री राकेश सचान की अध्यक्षता में खाड़ी देशों के दौरे पर गई टीम ने पचास हजार करोड़ के निवेश पर बातचीत हुई है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में जापान की कंपनी सीको एडवान्स गौतमबुद्धनगर में 850 करोड़ रुपये के निवेश से निर्माण यूनिट लगाएगी।
लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज समेत नोएडा में सबसे ज्यादा निवेश
योगी सरकार की ओर से बताया गया है कि विदेश में जी2जी और बी2जी बैठकों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा के अलावा गोरखपुर, काशी, प्रयागराज, अलीगढ़, लखनऊ और कानपुर में निवेश की इच्छा जताई गई है। विदेशों से वापस आए मंत्रियों के बाद मुख्यमंत्री योगी का कहना है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले दुनिया भर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश का आमंत्रण देने का कार्य योजना सफल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 16 देशों में हुए रोड शो से अब तक 7 लाख 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश का रास्ता साफ हो गया है। सीएम योगी कहते है कि जो सोचा वो हो रहा है। बता दें कि 10 से 12 फरवरी 2023 को लखनऊ में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होना है।
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