प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी चाहते थे कि गांवों का विकास हो लेकिन ग्रामीण जीवन के मूल्यों के संरक्षण को भी प्राथमिकता मिले। अब हम बापू की इच्छाओं को पूरा करते हुए, हमारी दृष्टि 'आत्मा गांव की, सुविधा शहर की' (गांव की आत्मा, शहर की सुविधाएं), के अनुसार काम कर रहे है। उन्होंने तमिल में नारा दोहराते हुए उन्होंने कहा, 'ग्रामथिन आनामा, नागरथिन वसाथी'।