देश में कोरोना संक्रमण के नये मामलों में एक बार फिर उछाल आया है। बीते दिन 39 हजार से अधिक नये मामले सामने आए हैं। रिकवरी 35 हजार ही हुई। केरल में संक्रमण नियंत्रण में नहीं है। यहां बीते दिन 17 हजार नये केस मिले।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के पीक के दौरान लेकर पश्चिमी मीडिया के एक वर्ग द्वारा की गई कवरेज की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं। IIMC के एक सर्वे में सामने आया है कि कवरेज के दौरान पश्चिमी मीडिया की भूमिका पक्षपाती थी।
टोक्यो ओलंपिक विलेज में कोरोना वायरस का पहला केस सामने आया है। इधर, दुनिया में तीसरी लहर की दस्तक के बीच भारत के लिए पिछले 2 दिन बाद राहतभरी खबर मिली है। लगातार मामूली बढ़ोतरी के बाद पिछले 24 घंटे में 38 हजार के करीब नये केस मिले। इस दौरान 560 लोगों की मौत हुई।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बच्चों के सामान्य टीकाकरण अभियान को लेकर चिंता जताई है। WHO ने कहा है कि दुनियाभर में 2019 की तुलना में 2020 में 3.5 मिलियन से अधिक बच्चों को डिप्टीथिरिया टेटनस पर्टुसिस कम्बाइंड वैक्सीन(DTP-1) की पहली खुराक नहीं मिली। भारत में यह संख्या 30 लाख बताई जाती है। कोरोना भी इस अभियान में आड़े आया है।
भारत श्रीलंका सीरीज शुरू होने से पहले ही श्रीलंका के बैटिंग कोच ग्रांट फ्लॉवर COVID-19 पॉजिटिव आए है। जिसके तुरंत बाद फ्लावर को टीम के बाकी सदस्यों से अलग कर दिया गया, जो इंग्लैंड से लौटने के बाद क्वारंटीन से गुजर रहे हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने जोर देकर कहा, हम तब तक सुरक्षित नहीं हैं जब तक पूरा देश सुरक्षित नहीं है। लेकिन उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया। आइए जानने की कोशिश करते हैं।
एसबीआई की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि भारत में दूसरी लहर 7 मई को चरम पर थी। दूसरी लहर अप्रैल में भारत में आई और मई में चरम पर पहुंच गई, जिससे दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल और अन्य राज्यों के हजारों परिवार को प्रभावित किया।
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच गुरुवार देर रात हुई बातचीत ने कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई को एक अच्छी दिशा दी है। दोनों की बातचीत में वैक्सीन के अलावा आर्थिक मोर्च पर भी फिर से उठ खड़े होने पर चर्चा हुई।बता दें कि बाइडेन ने 8 करोड़ वैक्सीन डोनेट करने का ऐलान किया है।
कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच एक और खुशखबरी सामने आई है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने शिकागो(अमेरिका) स्थित एबॉट रैपिड डायग्नोस्टिक्स डिवीजन द्वारा विकसित दूसरे घरेलू रैपिड एंटीजन टेस्ट किट को भारत में इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। PanBio Covid19 Antigen Test Device नामक इस किट की भारत में कीमत का खुलासा जल्द ही कंपनी करेगी।
डब्ल्यूएचओ ने इन वेरिएंट्स के साइंटिफिक नामों में कोई बदलाव नहीं किया है। यह नामकरण सामान्य तौर पर जानने समझने के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा।