मानसून सत्र के दौरान विपक्ष महंगाई पर चर्चा कराने के लिए अड़ा हुआ है। सरकार द्वारा मूल्यवृद्धि पर चर्चा नहीं कराने से नाराज विपक्षी सांसद लगातार सदन में प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को लोकसभा में प्रदर्शन कर रहे चार कांग्रेसी सांसदों को निलंबित कर दिया गया था।
दिन के दूसरे स्थगन के बाद शुक्रवार को दोपहर 2 बजे जैसे ही सदन फिर से शुरू हुआ, पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह द्वारा विचार के लिए पेश किए जाने के बाद भारतीय अंटार्कटिक विधेयक 2022 पर विचार किया गया।
ब्रिटेन में महंगाई 9 फीसदी बढ़ी है। इससे छात्र सड़क पर सोने को मजबूर हो गए हैं। महंगाई बढ़ने से छात्रों के भोजन का बिल भी बढ़ गया है। बहुत से छात्र ऐसे हैं जिन्हें तीन वक्त का खाना तक नहीं मिल रहा है।
गुरुवार को सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते सिवनी से मंडला जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने रास्ते में एक भुट्टे वाले को देखा और गाड़ी रोककर भुट्टा खरीदने लगे। लेकिन जैसे ही उन्हें भुट्टे की कीमत पता चली वो हैरान रहे गए।
18 जुलाई से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी कांग्रेस ने महंगाई को लेकर अपना विरोध जताया। कांग्रेस सांसदों ने सदन के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। बता दें कि यह सत्र इसलिए भी खास है, क्योंकि इसी में देश के नए राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति का चुनाव भी होना है। पढ़िए तीसरे दिन का हाल...
अडानी विल्मर ने खाने के तेल में एक झटके में 30 रुपए कम कर दिए हैं। अडानी विल्मर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमत घटने के बाद देश में रेट कम किया है। इससे पहले भी खाद्य तेल कंपनियों ने रेट कम किया था।
संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न विभागों ने 32 विधेयकों को सदन में पेश करने के संकेत दिए हैं। इससे पहले रविवार को जब सर्वदलीय बैठक हुई, तो उसमें प्रधानमंत्री के नहीं आने पर विपक्ष ने आलोचना की। पढ़िए मानसून सत्र से जुड़ी पूरी बात...
अमेरिका में महंगाई का स्तर 41 साल के रिकॉर्ड लेवल पर है। रहना, खाना, बिजली, गैस और कई चीजें महंगी हो गई हैं। पिछले महीने में भी महंगाई बढ़ी थी, लेकिन जून के महीने में पिछले महीने कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स में 9.1% की बढ़ोतरी हुई है।
राजस्थान में यूपी से आने वाले बकरों की संख्या बेहद कम होने के कारण जयपुर के आसपास के गांवों से ही आ रहे मवेशी। इससे बढ़ी महंगाई। राजधानी में ईदगाह रोड पर सजने लग गई बकरा मंडी। 10 हजार में मिलने वाली बकरों की रेट 15 से 18 हजार तक
खाने के तेल की कीमत 10 रुपए सस्ती की जाएंगी। सरकार मे खाद्य तेल कंपनियों का यह आदेश दे दिया है। कंपनियों ने एमआरपी में रुपए घटाने की बात मान भी ली है। अब एस सप्ताह के अंदर लोगों को कम कीमत में खाने का तेल मिलेगा।