ब्लैक फंगस बीमारी एक प्रकार का फंगल इंफेक्शन है जो नाक, आंख को प्रभावित कर रहा है। यह कोरोना से रिकवर हुए मरीजों में अधिक पाया जा रहा है।
भारत कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। महामारी में 3 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना बहुत काम आ रही है। मोदी सरकार ने इसकी शुरुआत 9 मई 2015 को की थी। इसके तहत मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए की आर्थिक मदद मिल रही है।
पुलिस के मुताबिक 24 मई को देर रात महिला ने थाने पहुंचकर गैंगरेप की शिकायत दी। तब मामला पुलिस उच्चाधिकारियों तक पहुंचा। इसके बाद थानाप्रभारी सुरेंद्र पंचोली के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने आरोपी एंबुलेंस चालक सुरेंद्र योगी और उसके दोस्त महेंद्र की तलाश शुरु की और उनको धरदबोचा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए फ्रंटलाइन वर्कर्स को सलाम किया। इस संकट की घड़ी में बौद्ध संस्थाओं के मिल रहे सहयोग के प्रति आभार जताते हुए पीएम ने बुद्ध के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान भी किया। मोदी वेसाक ग्लोबल सेलिब्रेशन को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
वर्तमान कोविड -19 महामारी के लक्षण की जांच करने वाले और पिछले महामारियों से इसकी तुलना करने वाले शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण स्थानिक हो सकता है और एक मौसमी बीमारी की तरह ही खत्म हो जाएगा।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के ट्रांसजेंडर कल्याण विभाग की एक रिपोर्ट में कोरोना काल में सबसे अधिक संकट ट्रांसजेंडर्स पर है। आजीविका छीन जाने की वजह से ये लोग भूखमरी के कगार पर हैं।
देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर संभवत: काबू में आती दिखाई दे रही है। पिछले 40 दिनों बाद केसों की स्पीड बहुत कम हुई है। पिछले 24 घंटे में 1.95 लाख केस मिले हैं, जबकि मौतें पिछले दिनों की तुलना में घटकर 3496 रह गई हैं। रिकवरी लगातार बेहतर जा रही है। इसी समय में 3.26 लाख लोग ठीक हुए हैं। फिलहाल मौतों की संख्या पर ब्रेक लगाने की कोशिशें जारी हैं।
केंद्र और विभिन्न राज्यों के कड़ी पाबंदियों और लॉकडाउन के चलते कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर नियंत्रण में आने लगी है। हालांकि मौतें अभी भी 4000 के करीब हो रही हैं। इसे देखते हुए नई योजनाओं पर काम हो रहा है। इस बीच 1 जून से कई राज्यों में लॉकडाउन में ढील देने की शुरुआत हो सकती है, लेकिन इसमें भी कुछ पाबंदियां रहेंगी। कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन करने और दवाओं की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। आइए जानते हैं संक्रमण को रोकने और गाइड लाइन का पालन कराने विभिन्न राज्य क्या कोशिशें कर रहे हैं...
डॉ हर्षवर्धन ने लिखा, एलैपैथिक दवाओं को लेकर आपके बयान से देशवासी काफी आहत हुए हैं। लोगों की भावनाओं के बारे में मैं फोन पर आपको जानकारी दे चुका हूं। आपने अपने बयान में ना सिर्फ कोरोना योद्धाओं का निरादर किया, बल्कि देशवासियों का भी निरादर किया।
मध्य प्रदेश में कोरोना के साथ-साथ अब ब्लैक फंगस भी तेजी से पैर पसार रहा है। प्रदेश सरकार ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। अब से सरकार कोरोना मरीजो की तरह इसका भी रिकॉर्ड रखेगी। साथ ही सही यह देखा जाएगा कि कोई अस्पताल इस बीमारी का इलाज करने के लिए इंकार तो नहीं कर रहा है।