दरअसल ये सीट, एक ज़माने में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बेहद खास रहे पारसनाथ यादव की परंपरागत सीट रही है। पारसनाथ यादव सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। उनके निधन के बाद खाली हो चुकी इस सीट पर उपचुनाव हुए थे जिसमें पारसनाथ के बेटे लकी यादव ने जीत दर्ज की। अब इस विधानसभा चुनाव में सपा ने इस सीट पर जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है।