इस बार अटल जी की जयंती के बीच देशभर में एनआरसी और नागरिकता कानून पर चर्चा चल रही है। कई हिस्सों में इसका विरोध भी हो रहा है। ऐसे में जानते हैं कि इन मुद्दों पर अटल जी की क्या राय थी।
सत्तारूढ़ माकपा की छात्र इकाई 'स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया' (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कोझिकोड में टाउन हॉल में एक समारोह के दौरान मुरलीधरन को काले झंडे दिखाए
राखी सावंत ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें वे पहले तो देर तक रोती नजर आईं। फिर वो बोलती है- 'आप सोच रहे होंगे मैं क्यों रो रही हूं। मैं इसलिए रो रही हूं क्योंकि मुझे नहीं पता कौन कर रहा है। लेकिन हिंदू- मुस्लिमों को लड़वा रहे हैं, वापस में। मत लड़ो प्लीज सबको एक दिन मरना है। मत लडो आपस में हिंदू-मुस्लिम मत लड़ो। हम सब एक हैं। हिन्दूस्तान हमारा है'।
बिहार के नालंदा जिले में एक ऐसा गांव है, जहां मुस्लिम धर्म को मानने वाला कोई नहीं है। लेकिन इस गांव में एक वर्षों पुराना एक मस्जिद है, जहां प्रतिदिन पांचों वक्त की नमाज पढ़ी जाती है, अजान दिया जाता है।
नागरिकता कानून का देश में कई जगहों पर हिंसक विरोध हो रहा है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी काफी विरोध देखने को मिल रहा है। उधर, जो लोग इसके समर्थन में हैं, वे भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
चीन में उइगर मुसलमानों के साथ अत्याचार के मामले एक के बाद एक सामने आते जा रहे हैं। फिर भी चीन इन खबरों को गलत बताता है। चीन में नर्क भोग कर आई एक मुस्लिम महिला ने अपने साथ हुए अत्याचार को दुनिया के सामने पेश किया।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुए बवाल के बाद पुलिस ने गोरखपुर के सोशल एक्टिविस्ट डॉक्टर कफील खान के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनपर एएमयू में छात्रों को भड़काने, शांति माहौल को खराब करने और धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने NRC को लेकर बड़ा बयान दिया है। सरकार को आड़े हाथो लेते हुए पठान ने कहा कि मुझे अपने देश में रहने के लिए किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है। मैं कुछ भी होने से पहले एक भारतीय हूं।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एक ओर जहां कुछ जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। वहीं, अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि राजनीतिक पार्टियां हिंदू मुसलमान के बीच इस कानून को लेकर भ्रम फैला रही हैं।
भाजपा नेता और राज्य सभा सुब्रमण्यम स्वामी ने पूछा कि मौलवी जवाब दें कि 600 साल तक शासन के बाद भी आज मुस्लिम आरक्षण क्यों मांग रहे हैं। उन्होंने दावा किया गरीब होने के बाद भी ब्राह्मणों ने कभी आरक्षण नहीं मांगा।