इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं है, इसलिए पूरा दिन राधी बांधने के लिए शुभ रहेगा। श्रवण नक्षत्र में दिन की शुरुआत होगी, जो 8.30 तक रहेगा। इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा।
नोबल विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर ने बंगाल के विभाजन के दौरान हिंदू-मुस्लिम के बीच भाईचारे की भावना को बढ़ाने के लिए रक्षाबंधन मनावाया था।
राखी सिल्क या सूत के कई तारों को पिरोकर तैयार की जाती है। भावनात्मक एकता का प्रतीक होने के कारण इसे पवित्र माना जाता है।
रक्षाबंधन 15 अगस्त को मनाया जाएगा, इस बार भद्रा न होने से पूरा दिन राधी बांधने के लिए शुभ रहेगा।
हरियाणा में 2 अलग-अलग हादसों में 2 लोगों की मौत हो गई। इनमें एक इकलौता भाई भी था। अपने भाई के लिए बहन ने पसंद की राखी खरीदकर रखी हुई थी। दोनों ही एक्सीडेंट में बाइक सवारों ने हेलमेट नहीं पहने था।
श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षाबंधन (इस बार 15 अगस्त को) मनाया जाता है। इस पूर्णिमा को नारियल पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन नारियल से जुड़े कुछ आसान उपाय करने से कई मुश्किलों से बचा जा सकता है।
रक्षाबंधन पर ब्राह्मणों द्वारा श्रावणी उपाकर्म करने की परंपरा है जो हमें स्वाध्याय और सुसंस्कारों के विकास के लिए प्रेरित करता है।
रक्षाबंधन पर कईं शुभ योग बन रहे हैं। सबसे खास बात ये है कि इस दिन ये पर्व भद्रा दोष से पूरी तरह से मुक्त है।
राखी का त्योहार कब से मनाया जा रहा है, इससे संबंधित कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है, लेकिन भविष्य पुराण की कुछ कथाओं में इसका उदाहरण मिलता है।