परिवार अंतिम संस्कार नहीं कर रहा था, उनकी मांग थी कि उन्हें मुआवजा, घर और नौकरी दी जाए। इसी मांग को लेकर घरवाले धरना दे रहे थे। तब एसडीम ओपी मीणा, तहसीलदार दिनेश चंद्र मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुजारी के परिजनों से मुलाकात की। प्रशासन ने परिवार को नौकरी, इंदिरा आवास, 10 लाख की आर्थिक सहायता के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी का भी आश्वासन दिया।