इस पाठ्यक्रम की सबसे खास बात यह होगी की इसका हिस्सा बनने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। कोई व्यक्ति, किसी भी आयुवर्ग के महिला-पुरुष इस पाठ्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं। इस पाठ्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए प्रतिभागियों को किसी नियत शुल्क की बजाय रामायण,रामकथा या भगवान राम से सबंधित कोई भी एक पुस्तक स्कूल ऑफ राम को भेंट करनी होगी। तत्पश्चात वे इस कोर्स का हिस्सा बन पाएंगे।