शनिवार को अश्लेषा नक्षत्र होने से मानस नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। शनिवार को त्रयोदशी होने से शनि प्रदोष का शुभ योग भी बन रहा है।
शनिवार को श्रवण नक्षत्र होने से स्थिर और उसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से प्रवर्ध नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
गुरुवार को पूर्वाषाढ़ा धाता और उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
शुक्रवार को हस्त नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है, जो पूरे दिन रहेगा।
बुधवार को पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से स्थिर नाम का शुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा।
शनिवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग और उसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से छत्र नाम का शुभ योग बन रहा है।
बुधवार को रोहिणी नक्षत्र होने से शुभ नाम का योग बन रहा है। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा।
शुक्रवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से ध्वज नाम का शुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा। गुरुवार की शाम से बुध ग्रह राशि बदलकर वृश्चिक राशि में आ चुका है। इसका असर भी शुक्रवार को सभी राशियों पर दिखाई देगा।
ज्योतिष में राशि चक्र की दूसरी राशि है वृष और इसका चिह्न बैल है। बैल स्वभाव से ही अधिक परिश्रमी होता है, वह शांत रहता है, लेकिन क्रोध आने पर वह उग्र रूप धारण कर लेता है, यही स्वभाव वृष राशि के लोगों का भी होता है।
21 नवंबर, गुरुवार से शुक्र ग्रह राशि बदलकर वृश्चिक से धनु राशि में आ चुका है। इस राशि के स्वामी बृहस्पति देव हैं। बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं और शुक्र दैत्यों के गुरु हैं।