25 जुलाई को श्रावण कृष्ण द्वादशी तिथि है। सोमवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। साथ ही धुव्र और व्याघात नाम का योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 07:36 से 9:15 तक रहेगा।
12 मार्च, शनिवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। शनिवार को सूर्योदय आर्द्रा नक्षत्र में होगा, जो शाम 5.32 तक रहेगा। इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शनिवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग और उसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से छत्र नाम के शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
25 जनवरी, मंगलवार को माघ मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन सूर्योदय चित्रा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 08.20 तक रहेगा। इसके बाद स्वाती नक्षत्र प्रारंभ होगा, जो 26 जनवरी, बुधवार की सुबह 07.12 तक रहेगा।
27 फरवरी, रविवार को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है। रविवार को सूर्योदय पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 8.48 तक रहेगा। इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र दिन भर रहेगा। रविवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से शुभ और उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
3 जनवरी, सोमवार को पौष मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन सूर्योदय पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 3 बजे तक रहेगा। इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र 4 जनवरी दोपहर 1.40 तक रहेगा। सोमवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से उत्पात और उसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से मृत्यु नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
13 जनवरी, गुरुवार को पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इस दिन पुत्रदा एकादशी का व्रत किया जाएगा। सूर्योदय कृत्तिका नक्षत्र में होगा, जो शाम 6.31 तक रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र रात 14 जनवरी, शुक्रवार की रात 9 बजे तक रहेगा।
22 दिसंबर, बुधवार को पौष मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए अखुरथ चतुर्थी का व्रत भी किया जाएगा। इस दिन सूर्योदय पुष्य नक्षत्र में होगा, जो रात अंत तक रहेगा।
2 जनवरी, रविवार को पौष मास की अमावस्या है। इस दिन सूर्योदय मूल नक्षत्र में होगा, जो शाम 4.37 तक रहेगा। इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। रविवार को पहले मूल नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र से शुभ नाम के 2 योग बन रहे हैं।
इंदौर की फेमस एस्ट्रोलॉजर, वास्तु एंड टैरो कार्ड एक्सपर्ट भूमिका कलम के अनुसार, टैरो कार्ड रीडिंग में भी ज्योतिष की तरह भविष्य में होने वाली संभावनाओं के बारे में जानकारी दी जाती है और साथ ही परेशानियों से बचने के लिए उपाय भी। टैरो का आधार होता है विश्वास।
आज (10 जुलाई, रविवार) आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इसे देवशयनी एकादशी कहते हैं। इस दिन सूर्योदय विशाखा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 09.55 तक रहेगा, इसके बाद अनुराधा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।