कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) कोवीशील्ड (Covishield) बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एहतियाती खुराक की कीमत 600 रुपए से घटाकर 225 रुपए कर दिया है।
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत बच्चों को टीका लगना शुरू हो चुका है। कोरोना के कारण जो बच्चें छूट गए थे, उन्हें चिन्हित कर टीका लगाया जा रहा है। दूसरे चरण का अभियान चार अप्रैल से शुरु हुआ है। तो वहीं दूसरी ओर इसका तीसरा चरण दो मई को शुरू होगा।
डब्ल्यूएचओ की टीम ने 14 से 22 मार्च 2022 तक भारत बायोटेक के प्लांट का निरीक्षण किया था। उसने कहा है कि कंपनी की गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस में कमी है। इसके बाद उसने इसकी अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति पर रोक लगा दी है।
दुनिया के तमाम लोग कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने में डरते हैं। लेकिन जर्मनी के एक 61 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति ने 87 दफा वैक्सीन डोज लगवा लिया था। 88वीं बार जब वह एक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन लगवाने पहुंचे तो...
दुनिया भर में कोरोना से लड़ने के लिए बच्चों को वैक्सीन देने की मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि, पांच साल से कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन देने को लेकर संशय बरकरार है। किन बच्चों को वैक्सीन देना चाहिए और किनको नहीं, जानिए विशेषज्ञों की इस पर राय।
इसी महीने केंद्र सरकार ने 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों को कोविड-19 वैक्सीन लगाने की घोषणा की है। जिसके बाद से तेजी से बच्चो ंकी वैक्सीन लगाई जा रही है। वहीं इसी बीच मध्य प्रदेश के सतना जिले में वैक्सीन लगते ही अचानक बच्चे बीमार पड़ने लगे।
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस(16 मार्च) से सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का कोविड 19 टीकाकरण शुरू हुआ। अभी बच्चों को सिर्फ कार्बेवैक्स (Covid 19 Vaccine Corbevax) टीका लगाया जाएगा। बता दें कि 21 फरवरी 2022 को इस टीके के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी। पढ़िए बच्चों से जुड़े इस वैक्सीनेशन अभियान से जुड़ीं खास बातें...
Carbevax : यह पूर्ण रूप से स्वदेशी वैक्सीन है। हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल ई लिमिटेड (Biological e ltd.) ने इसका निर्माण किया है। कॉर्बेवैक्स भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (RBD) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। इस वैक्सीन को कोविड-19 के खिलाफ 12 से 18 वर्ष उम्र वर्ग के लिए भारत के दवा नियामक से आपातकालीन इस्तेमाल (EUA) की मंजूरी मिली है।
16 मार्च से 12 से 14 साल के बच्चों को भी कोरोना का टीका लगाया जाएगा। इसके साथ ही 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोग अब प्रिकॉशन डोज लगवा पाएंगे।
जीन कास्टेक्स ने ले पेरिसियन अखबार को बताया कि फेस मास्क पहनने की सलाह दी गई है क्योंकि फ्रांस अपने कोविड -19 प्रतिबंधों में ढील दे रहा है। 14 मार्च से केवल सार्वजनिक परिवहन पर मास्क की आवश्यकता होगी, और अब काम पर या स्कूल में आवश्यक नहीं होगा।