लोक आस्था के महापर्व छठ का रंग पूरे बिहार में देखने को मिल रहा है। खरना के बाद रविवार को छठ का तीसरा दिन है।
बिहार में तीन दिनी छठ पूजा का आयोजन का आज दूसरा दिन है। इस दिन जानिए राज्य के ऐसे गांव के बारे में जहां सिर्फ पुरुष ही रखते है इस कठिन व्रत को। जानिए क्या है ऐसी खास वजह की यहां के पुरूषों ने छठ माई की शरण जाकर ऐसा संकल्प लिया।
Chhath Puja 2022: छठ पूजा की शुरुआत आज से हो गई है। नहाय-खाय के साथ महिलाएं और पुरुष व्रत करने का संकल्प ले लिए हैं। 29 को खरना होगा। चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व के काफी कठोर नियम होते हैं। 36 घंटे का निर्जला व्रत होता है। व्रतधारी के साथ-साथ परिवार के सदस्यों को भी कुछ बातों का ख्याल रखना पड़ता है।
November 2022 Festival calendar: साल 2022 का ग्यरहवां महीना नवंबर जल्दी ही शुरू होने वाला है। इस महीने में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। इसलिए धार्मिक दृष्टिकोण से ये महीना बहुत ही खास रहेगा। इस महीने में कार्तिक और अगहन महीने का योग बनेगा।
Chhath Puja 2022: नहाय-खाय के साथ 28 अक्टूबर से छठ महापर्व शुरू हो गया है। यह एक ऐसा पर्व है जिसे काफी पवित्रता के साथ किया जाता है। कठोर साधना वाले इस पर्व में किसी भी तरह की गलती से बचना चाहिए। जो लोग छठ व्रत करते हैं उन्हें कई बातों का ख्याल रखना होता है। एक गलती व्रत को भंग कर सकती है।
Chhath Puja 2022: छठ पूजा बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस बार ये पूजा 28 से 31 अक्टूबर तक की जाएगी। इस पूजा में मुख्य रूप से भगवान सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा की जाती है।
छठ पूजा का व्रत दुनिया में सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इस दौरान 36 घंटे से ज्यादा समय तक निर्जला व्रत किया जाता है, जो काफी कठिन होता है। ऐसे में छठ के व्रत में कैसे आप अपनी सेहत का ध्यान रख सकते हैं आइए हम आपको बताते हैं।
छठपूजा को लेकर जहानाबाद के विष्णु मंदिर का प्राचीन इतिहास और उसकी मान्यता अद्भुत है। सूर्योपासना के इस विख्यात केन्द्र में प्रतिवर्ष दूर-दूर से हजारों श्रद्धालु छठ व्रत के लिए पहुंचते हैं।
Shani Pradosh Vrat 2022: भगवान शिव जिस पर प्रसन्न हो जाएं उसे हर सुख प्रदान कर देते हैं। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए महीने में कई विशेष व्रत किए जाते हैं। प्रदोष व्रत भी इनमें से एक है। इस बार ये व्रत 22 अक्टूबर, शनिवार को किया जाएगा।
Govats Dwadashi 2022: इस बार गोवत्स द्वादशी का पर्व 21 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन गायों और उनके बछड़ों की पूजा विशेष रूप से की जाती है। दीपावली के 2 दिन पहले आने वाला ये पर्व बहुत ही खास माना जाता है।