हमारे आसपास की दुनिया स्मार्टफोन ने ले रखी है। हर दिन हम कई-कई घंटे मोबाइल और लैपटॉप जैसे गैजेट्स पर बिता रहे हैं। जिससे मानसिक समस्याएं हो रही हैं और सेहत भी बिगड़ रही है। यही कारण है कि अब डिजिटल फास्टिंग की जरूरत पड़ने लगी है।
Vijaya Ekadashi 2023: इस बार विजया एकादशी का व्रत 16 फरवरी, गुरुवार को किया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है। इस व्रत में भगवान विष्णु की पूजा मुख्य रूप से की जाती है।
Guru Pradosh February 2023: इस बार 2 फरवरी, गुरुवार को प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। ये व्रत गुरुवार को होने गुरु प्रदोष कहलाएगा। इस व्रत को करने से हर काम में सफलता मिलती है और गुरु ग्रह से संबंधित दोषों में कमी आती है।
Aaj Ka Panchang: 2 फरवरी, गुरुवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य अशुभ योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:03 से 03:25 तक रहेगा।
Bhishm Dwadashi 2023: माघ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को भीष्म द्वादशी कहते हैं। इस दिन भीष्म पितामाह के निमित्त तर्पण व पिंडदान आदि किया जाता है। इस बार यह तिथि 2 फरवरी, गुरुवार को है।
Aaj Ka Panchang: 1 फरवरी, बुधवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा इंद्र, वैधृति और सर्वार्थसिद्धि नाम के 3 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:40 से 2:02 तक रहेगा।
Mahashivratri 2023: इस बार महाशिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस दिन व्रत करने से दोगुना फायदा मिलेगा। इस बार स्मार्त और वैष्णव अलग-अलग महाशिवरात्रि पर्व मनाएंगे। तिथियों की घट-बढ़ के कारण ऐसा होगा। कई शुभ योग इस तिथि का महत्व बढ़ाएंगे।
Jaya Ekadashi 2023: माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहते हैं। कई ग्रंथों में इसे अजा एकादशी भी कहा गया है। इस बार ये एकादशी 1 फरवरी, बुधवार को है। इस बार जया एकादशी पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
Achala Saptami 2023: इस बार अचला सप्तमी का व्रत 28 जनवरी, शनिवार को किया जाएगा। इसे रथ सप्तमी भी कहते हैं। इस दिन सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। धर्म ग्रंथों में भी इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है।
Aaj Ka Panchang: 28 जनवरी, शनिवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इसके अलावा साध्य और शुभ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।