Aaj Ka Panchang: 26 दिसंबर, सोमवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद शतभिषा नक्षत्र होने से शुभ नाम के 2 योग इस दिन बनेंगे। इनके अलावा सर्वार्थसिद्धि, हर्षण और वज्र नाम के 3 अन्य योग भी इस दिन बन रहे हैं।
Budh Pradosh December 2022: साल 2022 का अंतिम प्रदोष व्रत 21 दिसंबर, बुधवार को किया जाएगा। बुधवार को होने से ये बुध प्रदोष कहलाएगा। इस दिन और भी कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इस व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है।
Surup Dwadashi 2022: पौष मास में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। इस महीने के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को सुरूप द्वादशी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु के नारायण स्वरूप की पूजा का विधान है। इस बार ये तिथि 20 दिसंबर, मंगलवार को है।
Aaj Ka Panchang: 12 नवंबर शनिवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 09:26 से 10:48 तक रहेगा।
Amla Navami 2022: हिंदू धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे, इनमें करवा चौथ, दीपावली आदि प्रमुख हैं। ऐसा ही एक और पर्व है आंवला नवमी। इस बार ये पर्व 2 नवंबर, बुधवार को मनाया जाएगा।
Aaj Ka Panchang: 23 सितंबर, शुक्रवार को मघा नक्षत्र होने से काण नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 10:49 से दोपहर 12:19 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 18 सितंबर, रविवार को पहले मृगशिरा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग इस दिन बनेगा। इसके अलावा इस दिन सिद्धि और व्यातिपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
Mahalaxmi Vrat 2022 Puja Vidhi:हिंदू धर्म में कई ऐसे व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं, जिसमें धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसा ही एक व्रत है महालक्ष्मी व्रत। इस व्रत में हाथी पर बैठी देवी लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
21 जून 2022, मंगलवार को पहले उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और उसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचनी एकादशी (Papmochani Ekadashi 2022) कहते हैं। इस बार ये तिथि 28 मार्च, सोमवार को है। मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से सभी पापों से छुटकारा मिल जाता है, इसलिए इसे पापमोचनी एकादशी कहते हैं।