Mahalaxmi Vrat 2022 Puja Vidhi:हिंदू धर्म में कई ऐसे व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं, जिसमें धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसा ही एक व्रत है महालक्ष्मी व्रत। इस व्रत में हाथी पर बैठी देवी लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
21 जून 2022, मंगलवार को पहले उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और उसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचनी एकादशी (Papmochani Ekadashi 2022) कहते हैं। इस बार ये तिथि 28 मार्च, सोमवार को है। मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से सभी पापों से छुटकारा मिल जाता है, इसलिए इसे पापमोचनी एकादशी कहते हैं।
Saphala Ekadashi 2022: हिंदू धर्म में हर तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। हर तिथि के स्वामी अलग-अलग हैं। इसी क्रम में एकादशी तिथि के स्वामी स्वयं भगवान विष्णु हैं। इसलिए प्रत्येक एकादशी तिथि पर इनकी पूजा करने का विधान बनाया गया है।
Aaj Ka Panchang: 5 दिसंबर सोमवार को भरणी नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी बन रहे हैं। इस दिन राहुकाल शाम 08:17 से 09:37 तक रहेगा।
Shiv Chaturdashi November 2022: हिंदू धर्म में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई व्रत किए जाते हैं। शिव चतुर्दशी भी इनमें से एक है। ये व्रत प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को किया जाता है। इसे मासिक शिवरात्रि भी कहते हैं।
Aaj Ka Panchang: 21 नवंबर 2022, सोमवार को चित्रा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। इसके अलावा आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 08:09 से 09:30 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 17 सितंबर, शनिवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स और बाद में मृगशिरा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन द्विपुष्कर, सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि नाम के 3 अन्य शुभ योग भी रहेंगे।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 28 अक्टूबर, गुरुवार को है। अहोई अष्टमी का व्रत संतान की दीर्घायु के लिए रखा जाता है। इतना ही नहीं, संतान प्राप्ति के लिए इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं।
Aaj Ka Panchang: 21 दिसंबर 2022, बुधवार को बुध प्रदोष और शिव चतुर्दशी का व्रत किया जाएगा। इस दिन पहले विशाखा नक्षत्र होने से प्रजापति और बाद में अनुराधा नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। राहुकाल दोपहर 12:24 से 01:44 तक रहेगा।