चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न जब्त करने के आदेश को उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इस मामले में एकनाथ शिंदे को भी पक्षकार बनाया गया है।
शिवसेना को चुनाव आयोग ने तीर-धनुष वाला सिंबल साल 1989 में दिया था। इसके पहले शिवसेना कई चुनाव चिह्नों पर चुनाव लड़ चुकी है। इसके पहले शिवसेना ने तलवार और ढाल, नारियल के पेड़, रेलवे इंजन, कप और प्लेट जैसे विभिन्न प्रतीकों पर चुनाव लड़ा है।
शिवसेना की लड़ाई चुनाव आयोग में पहुंचने के बाद दोनों गुटों को जोरदार झटका लगा है। चुनाव चिह्न पर दावा ठोकने वाले दोनों गुटों को चुनाव आयोग ने तीर-धनुष के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना नेता अनिल देसाई ने कहा कि पार्टी चुनाव आयोग द्वारा मांगे गए समस्त दस्तावेजों को समय से उपलब्ध कराएगी। शिवसेना का चुनाव चिन्ह उनके पास ही रहेगा। उद्धव ठाकरे ही शिवसेना के असली नेता हैं।
शिवसेना (Shiv Sena) के दोनों गुट आज मुंबई में शक्ति प्रदर्शन करेंगे। उद्धव ठाकरे गुट द्वारा शिवाजी पार्क में दशहरा रैली (Dussehra Rally) का आयोजन किया गया है। वहीं, एकनाथ शिंदे गुट की दशहरा रैली बीकेसी कॉम्प्लेक्स में है।
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार गिरने के बाद एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देना पड़ा था। शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के बाद सबसे अधिक विधायक व सांसद हैं। शिंदे गुट ने चुनाव आयोग में दावा किया है कि उनका गुट ही असली शिवसेना है।
मुंबई की पात्रा चॉल लैंड स्कैम के मामले संजय राउत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में गिरफ्तार संजय राउत की न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गई हैं। अब वो 19 सितंबर तक जेल में रहेंगे।
पूर्व CJI एनवी रमना की अध्यक्षता में इस मामले की सुनवाई हुई थी। रिटायरमेंट से पहले उन्होंने इस केस को 5 जजों की बेंच को ट्रांसफर कर दिया था। चुनाव आयोग को शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर फैसला लेने से रोक लगाई थी।
इस मामले को लेकर दोनों पक्षों के वकील अपनी-अपनी दलीलें दे चुके हैं। हालांकि अभी तक इस मामले की सुनवाई पूरी नहीं हुई है। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे की याचिका की सुनवाई चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की अध्यक्षता वाली खंडपीठ करेगी।
पात्रा चॉल घोटाला में ईडी की जांच का सामना कर रहे शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) को 5 सितंबर तक जेल में रहना होगा। कोर्ट ने उनकी ज्यूडिशियल कस्टडी बढ़ा दिया है।