मकर संक्रांति के मौके पर दही चूड़ा खाने की विशेष परंपरा होती है। खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश में दही चूड़ा जरूर बनाया और खाया जाता है। आइए आज हम आपको बताते हैं इसे खाने की वजह और इसे बनाने का तरीका।
राजस्थान में भले ही पिछले 2 दिनों से शीत लहर से भले ही राहत मिल रही हो लेकिन इसी बीच मौसम विभाग ने अपनी तबीयत को लेकर ध्यान रखने की चेतावनी दे दी है। प्रदेश के 18 जिलों में मकर सक्रांति को चलेगी शीत लहर। जानिए अपने जिले के ताजा हाल।
काला रंग वैसे तो बहुत अशुभ माना जाता है और हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य में इसका प्रयोग नहीं होता है। लेकिन मकर संक्रांति के दिन लोग काले कलर के कपड़े क्यों पहनते हैं, आइए हम आपको बताते हैं।
Makar Sankranti 2023: हिंदू धर्म में कई त्योहार मनाए जाते हैं और इन त्योहारों पर खास पकवान बनाए जाते हैं। मकर संक्रांति पर भी ऐसी ही परंपरा है। इस मौके पर तिल-गुड़ से बने पकवान और दाल-चावल की खिचड़ी खाने की परंपरा काफी पुरानी है।
Makar Sankranti 2023: इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी, रविवार को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की परंपरा काफी पुरानी है। ये परंपरा कैसे शुरू हुई और इसके पीछे क्या कारण है, इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
Makar Sankranti 2023 Date: हर साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। एक मात्र यही पर्व है तो तय तारीख पर मनाया जाता है, लेकिन क्या आपको पता है किसी समय से पर्व 12-13 जनवरी को मनाया जाता था और भविष्य में ये 15 जनवरी को मनाया जाएगा।
Makar Sankranti 2023: इस बार मकर संक्रांति पर्व बहुत ही शुभ योगों में मनाया जाएगा, जिसके चलते इस दिन किए गए स्नान, दान का महत्व और भी अधिक हो जाएगा। इस बार लोगों के मन में मकर संक्रांति की तारीख को लेकर भी काफी कन्फ्यूजन है।
मकर संक्रांति के मौके पर विशेष रूप से खिचड़ी जरूर बनाई जाती है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि इसके पीछे की वजह क्या है और उसका महत्व क्या होता है? तो चलिए आज हम आपको बताते हैं संक्रांति पर खिचड़ी बनाने का महत्व इसे बनाने का परफेक्ट तरीका।
Makar Sankranti 2023: हर साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। हालांकि पिछले कुछ सालों से ये पर्व कभी 14 तो कभी 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। इस बार ये संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी को ही रहेगा।
Dhanu Sankranti 2022: धर्म ग्रंथों के अनुसार, जब भी सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो उसे संक्रांति कहते हैं। इस बार सूर्य 16 दिसंबर, शुक्रवार को वृश्चिक से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेगा, इसलिए इसे धनु संक्रांति कहा जाएगा।