संसद भवन की सुरक्षा को भेदकर सदन में धुआं फैलाने वालों से जांच अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। आरोपियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इसमें यह बात भी सामने आई है कि वे सदन में अराजकता फैलाना चाहते थे।
कोर्ट ने ललित झा को 7 दिनों का पुलिस रिमांड दे दिया है। एक दिन पहले ललित झा के चार साथियों को पटियाला कोर्ट ने 7 दिनों की पुलिस कस्टडी दी थी।
lok sabha attack news संसद में घुसकर हंगामा करने वाले सभी आरोपी सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम, अमोल शिंदे, ललित झा गिरफ्तार कर लिए गए हैं। संसद घुसपैठ केस का मास्टरमाइंड ललित मोहन झा है जो हमले के बाद राजस्थान गया था।
तुर्किए की संसद में विपक्षी पार्टी इस्लामवादी सादत पार्टिसी (फेलिसिटी पार्टी) के सांसद हसन बिटमेज इजरायल के खिलाफ भाषण दे रहे थे तभी उन्हें दिल का दौड़ा पड़ा।
संसद भवन की सिक्यूरिटी को तोड़कर अराजकता फैलाने वाले आरोपियों से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पूछताछ कर रही है। इस दौरान इनके बैकग्राउंड को लेकर कई बातें सामने आई हैं।
बुधवार 13 दिसंबर को संसद पर हमले की बरसी थी। इस दिन संसद सत्र के दौरान लोकसभा में एक बार फिर सांसदों को डराने की कोशिश की गई।
संसद की सुरक्षा चूक के मसले पर विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। वहीं केंद्रीय रक्षा मंत्री ने साफ किया है कि अराजक तत्वों को कोई भी पास सांसदों द्वारा न मुहैया कराया जाए।
संसद का अभेद्य सुरक्षा घेरा भेदने (Parliament Security Breach) की साजिश रचने वालों में कुल 6 लोग शामिल हैं लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर पर्दे के पीछे कितने लोग हैं।
संसद की सुरक्षा में चूक मामले में गिरफ्तार किए गए चार लोगों में एक नीलम आजाद है। वह कई विरोध प्रदर्शनों में नियमित रूप से शामिल होती रही है। पहलवानों के विरोध के दौरान भी उसे हिरासत में लिया गया था।
संसद में घुसपैठ की साजिश में 6 लोग शामिल थे। इनमें से पांच बाहर से आए थे और गुरुग्राम में ललित झा नाम के आदमी के घर में एक साथ ठहरे थे।