सार

कोर्ट ने ललित झा को 7 दिनों का पुलिस रिमांड दे दिया है। एक दिन पहले ललित झा के चार साथियों को पटियाला कोर्ट ने 7 दिनों की पुलिस कस्टडी दी थी।

Parliament smoke scare case: संसद में स्मोक कैन से दहशत फैलाने के मामले का मास्टर माइंड ललित झा ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में पेश कर 15 दिनों की रिमांड मांगी। कोर्ट ने ललित झा को 7 दिनों का पुलिस रिमांड दे दिया है। एक दिन पहले ललित झा के चार साथियों को पटियाला कोर्ट ने 7 दिनों की पुलिस कस्टडी दी थी।

ललित झा ने कल रात दिल्ली के कर्तव्य पथ थाने में सरेंडर किया। उसके साथी को भी पकडा गया है। प्रांरभिक जांच में यह सामने आया है कि ललित झा इस पूरे केस का मास्टरमांइड था। हंगामा और बवाल कैसे करना है, क्या नारे लगाने है और किस तरह से स्मोक गन का यूज करना है। उसके बाद सबूत किस तरह से मिटाए जाने हैं। इसके बारे में भी ललित मोहन झा ने सब कुछ पहले ही डिसाइड कर लिया था।

लोकसभा में एक बार फिर सांसदों को डराने की कोशिश

बुधवार 13 दिसंबर को संसद पर हमले की बरसी थी। इस दिन संसद सत्र के दौरान लोकसभा में एक बार फिर सांसदों को डराने की कोशिश की गई। लोकसभा सत्र के दौरान दो लोगों ने सदन के अंदर पीले धुएं वाले कनस्तर खोले और पूरे सदन में अफरातफरी मच गई। उसी समय, संसद से बाहर एक युवक व एक युवती तानाशाही के खिलाफ नारे लगाते हुए लाल और पीले रंग के धुएं वाले कनस्टरों को खोलकर अपना विरोध दर्ज कराया। अचानक हुए इस वारदात से संसद के अंदर से लेकर बाहर तक अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। देखते ही देखते सांसद इधर उधर छुपने लगे। पूरे संसद की सिक्योरिटी हाई अलर्ट पर आ गई। पुलिस ने तत्काल चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। गुरुवार को चारों को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। चारों आरोपियों के खिलाफ यूएपीए कानून के तहत केस दर्ज किया गया है। कोर्ट ने चारों को सात दिनों का पुलिस रिमांड दिया है। उधर, रात होते होते इस कांड के मास्टर माइंड कहे जाने वाले ललित झा ने भी दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। ललित झा को भी शुक्रवार को सात दिनों का पुलिस रिमांड दे दिया गया है।

घटना से पहले सभी मिले और फिर प्लान्ड तरीके से किया काम

पुलिस की मानें तो घटना को अंजाम देने के पहले ललित झा, गुरुग्राम स्थित विक्की शर्मा के घर पर अपने साथियों, जिनकी पहचान सागर शर्मा और डी मनोरंजन (लोकसभा के अंदर) और नीलम देवी और अमोल शिंदे (संसद के बाहर) के रूप में हुई है, से मिला। इसके बाद वह लोग तय कार्यक्रम के अनुसार निकल गए। 

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