आज से संसद के विशेष सत्र की शुरुआत हुई। पांच दिन तक चलने वाले इस सत्र में चार बिलों को पेश किया जाएगा। इसके साथ ही वन नेशन वन इलेक्शन (One Nation One Election) पर सबकी निगाहें रहेंगी।
नई संसद भवन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ध्वजारोहण किया है। कार्यक्रम के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी न्योता दिया गया था, लेकिन वह शामिल नहीं हुए।
केंद्र सरकार ने सोमवार (18 सितंबर) से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र का एजेंडा जारी कर दिया है। हाल ही में देश का नाम बदलने को लेकर काफी चर्चाएं थी। इस बीच यह एजेंडा काफी कुछ क्लियर करने वाला है।
संसद के विशेष सत्र (Parliament Special Session) से पहले केंद्र सरकार ने सोमवार को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने इसकी घोषणा की है।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर कहा: 130 साल पहले इसी दिन दिया गया स्वामी विवेकानन्द का शिकागो भाषण आज भी वैश्विक एकता और सद्भाव के आह्वान के रूप में गूंजता है।
संसद का स्पेशल सत्र बुलाए जाने के बाद विपक्षी दलों के गठबंधन में शामिल कांग्रेस ने संसदीय नेताओं की मीटिंग की। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हो रही मीटिंग में कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
23 दिनों के सत्र में 17 बैठकों के दौरान संसद ने 23 महत्वपूर्ण विधेयक भी पास कर दिए। इसमें दिल्ली की नौकरीशाही को उप राज्यपाल के नियंत्रण में देने वाला बिल भी शामिल रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भाजपा के एक कार्यक्रम में कहा कि विपक्ष नहीं चाहता था कि संसद में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की जाए। उन्हें डर था कि चर्चा हुई तो सच्चाई चुभेगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को फ्लाइंग किस दिया। इसपर स्मृति ईरानी ने कहा कि देश की संसद में ऐसा अमर्यादित आचरण पहले कभी नहीं देखा गया।
नेशनल डेंटल कमिशन बिल 2023 को लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी पास कर दिया गया है। इससे दांत के इलाज और इससे जुड़ी शिक्षा में बड़े बदलाव आएंगे।