यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी ने धनंजय सिंह के चुनाव प्रचार की तस्वीरें जारी कर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। जारी की गई तस्वीरों में धनंजय सिंह चुनाव प्रचार करते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। हालांकि तस्वीरें सामने आने के बाद जौनपुर पुलिस ने मामले से पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया है।
सरोज पांडेय ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में देर रात तक महिलाएं बेधड़क सड़कों पर घूम रही है, क्योंकि पीएम मोदी तथा सीएम योगी जी के नेतृत्व में ही कानून व्यवस्था सुदृढ़ कर यह संभव हो सका है। बिटिया पढ़ेगी, आगे बढ़ेगी और बिटिया की शादी के लिए प्रदेश सरकार की ओर से एक लाख रुपए का अनुदान भी देगी।
यूपी चुनाव में दूसरे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार बनाए गए सलीम खान ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। ज्ञात हो कुछ दिन पहले ही सलीम का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, इस वीडियो में उन्होंने सपा प्रत्याशी को वोट देने की अपील की थी। जिसके बाद ही उन्होंने सपा की सदस्यता ले ली।
समाजवादी पार्टी से बागी हो रहे नेताओं की पहली पसंद बसपा बनती हुई दिखाई दे रही है। ऐसे कई नेता हैं जो टिकट न मिलने के बाद बागी हुए और उन्होंने समाजवादी पार्टी से किनारा कर बसपा का दामन थाम लिया। हालांकि कई नेताओं ने कांग्रेस और भाजपा का भी दामन थामा है। नेताओं की नाराजगी सपा के लिए चुनौती बनती दिख रही है।
यूपी चुनाव से पहले आजमगढ़ में परिस्थितियां बदलती हुई दिख रही हैं। समाजवादी पार्टी ने जिस तरह से प्रत्याशियों की घोषणा की और पार्टी के पुराने लोगों ने जिस तरह से बगावत शुरू कि उसे देख कर ऐसा लग रहा है कि पार्टी के यह बगावती लोग समाजवादी पार्टी को भारी झटका दिलवा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समजावादी पार्टी ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। इस घोषणापत्र का नाम समाजवादी वचनपत्र दिया गया है। इस वचनपत्र के जरिए हर वर्ग को साधने का प्रयास किया गया है।
यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी की ओर से घोषणापत्र जारी किया गया। समाजवादी पार्टी ने इसका नाम समाजवादी वचन पत्र दिया गया है। इसके जरिए अखिलेश ने किसानों और युवाओं को साधने का प्रयास किया है। पार्टी ने दो पहिया वाहन चालकों के लिए प्रतिमाह 1 लीटर मुफ्त पेट्रोल औऱ बीपीएल परिवारों के लिए 2 सिलेंडर मुफ्त देने का वादा किया है।
आजमगढ़ की मेहनगर विधानसभा सीट में 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने यहां अपनी जीत दर्ज की और पार्टी की झोली में यह सीट गई। इस सीट पर आजादी के बाद से अब तक हुए चुनाव में तीन बार समाजवादी पार्टी चुनाव जीती हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और अपना दल के बीच में सीटों को लेकर अभी भी सूत्रों के हवाले से यह खबर मिल रही है कि बनारस और इलाहाबाद विधानसभा की कुछ ऐसी सीटें हैं जिसको लेकर यह दोनों पार्टियां अभी भी सहमति नहीं बना पा रही हैं और यही वजह है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन टूटने के भी कयास लगाए जाने लगे हैं।
यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने 12 प्रत्याशियों की एक और सूची जारी की है। जारी की गई इस लिस्ट में पार्टी ने रायबरेली, चित्रकूट, इलाहाबाद, बाराबंकी, बहराइच, श्रावस्ती से प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है।