खुर्शीद ने थरूर और दीक्षित के विचारों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘हमने अतीत में चुनाव कराया था। हमारे पास ऐसे भी लोग हैं जो कहते हैं कि जरूरी नहीं कि चुनाव बेहतर विकल्प हों। दो तरह के विचार हैं। जब हम उस बिंदू पर पहुंचेंगे तब हम इस बारे में तय कर लेंगे।’’