केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार 8 जुलाई को संभावित है। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया और असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को भी दिल्ली बुलाया गया है।
ये लापरवाही मुरैना और ग्वालियर पुलिस के बीच समन्वय की कमी के चलते हुई है। इस दौरान सिंधिया के साथ कोई घटना भी हो सकती थी। प्रशसान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक टीआई, 5 सब इंस्पेक्टर समेत 14 पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया है।
पिछले साल मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने में सिंधिया की अहम भूमिका निभाई थी। उन्हें भाजपा में आए हुए 15 महीने हो चुके हैं। सिंधिया समर्थक को उम्मीद है कि भाजपा ने उनसे जो वादा किया था उसे अब पूरा करने जा रही है। जिसका तोहफा मोदी सरकार उनको देने जा रही है।
दिग्विजय सिंह के आर्टिकल 370 पर दिए बयान वाले ऑडियो को बीजेपी नेता अमित मालवीय ने क्लब हाउस चैट की एक क्लिप ट्विटर पर शेयर की है। जिसमें दिग्विजय सिंह एक पाकिस्तानी पत्रकार से कह रहे हैं कि अगर कांग्रेस सरकार सरकार में आई तो वह आर्टिकल 370 को निरस्त करने के फैसले पर विचार करेगी।
सिंधिया ने गरुवार को सबह नई दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में जाकर कोरोना की वैक्सीन का पहला डोज लिया। इस बीच उन्होंने वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों से अपील की।
सोमवार को जारी इस लिस्ट में भाजपा के करीब 30 नेताओं के नाम शामिल हैं। पहली सूची में मध्य प्रदेश से सीएम शिवराज सिंह चौहान और कैलाश विजयवर्गीय के अलावा अब ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम शामिल किया गया है।
ज्योदितारादित्य सिंधिया ने कहा कि यह बात सही है कि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर खर्चा निकालने के बाद 40 फीसदी हिस्सा राज्य और 60 फीसदी हिस्सा केंद्र को मिलता है। 60 फीसदी में से 42 फीसदी राज्य को जाता है। राज्य को उस राशि का 64 फीसदी मिलता है और 36 फीसदी केंद्र के पास रहता है।
, राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान जब राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद जब कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह का नाम आया तो सदन में मौजूद सभी सांसद ठहाके लगाने लगे। इस पर सभापति ने कहा कि मैंने कुछ नया नहीं किया ।
बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने निर्मला सीतारमण के बजट की तारीफ करते हुए ट्वीट किया। तो वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोदी सरकार के बजट को निराशाजनक बताया। देश के पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि यह बजट भूखे हाथी को एक मुट्ठी घास देना जैसा है।
दो महीने पहले 10 नंवबर को मध्य प्रदेश उपचुनाव के नतीजे आने के बाद से लगातार इंतजार किया जा रहा था कि शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार होगा। मुख्यमंत्री चौहान और सिंधिया के बीच कई दौर की बातचीत के बाद यह सहमित बनी।