16 फरवरी, शुक्रवार को गुप्त नवरात्रि का सातवां दिन रहेगा। इस दिन देवी कालरात्रि की पूजा की जाएगी। इस दिन रथ सप्तमी का पर्व भी मनाया जाएगा। इसे अचला सप्तमी भी कहते हैं। राहुकाल सुबह 11:16 से 12:40 तक रहेगा।
इसरो के पहले सूर्य मिशन आदित्य-एल1 (Aditya-L1) की लॉन्चिंग के लिए आज काउंटडाउन शुरू होगा। इसे शनिवार को 11.50 बजे अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
25 जून, रविवार को पहले पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से छत्र और इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। साथ ही इस दिन व्यातीपात, सर्वार्थसिद्धि और त्रिपुष्कर नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
Aaj Ka Panchang: 26 फरवरी, रविवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग दिन रहेगा। इसके अलावा इंद्र, वैधृति और त्रिपुष्कर नाम के 3 अन्य योग भी दिन भर रहेंगे। राहुकाल शाम 4:58 से 6:24 तक रहेगा।
Moryayi Chhath 2022: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मोरयाई छठ का पर्व मनाया जाता है। इसे मोर छठ या कुछ स्थानों पर सूर्य षष्ठी व्रत भी कहते हैं। इस बार यह व्रत 2 सितंबर, शुक्रवार को है।
हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना ज्येष्ठ (Jyeshtha month 2022) 17 मई से शुरू हो चुका है, जो 14 जून तक रहेगा। धर्म ग्रंथों में इस महीने का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में कई बड़े त्योहार भी मनाए जाते हैं।
वैशाख मास (Vaishakh month 2022) का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। भगवान विष्णु को प्रिय होने के कारण इसे माधव मास भी कहते हैं। इस महीने में जलदान करने यानी प्यासे लोगों को पानी पिलाने का विशेष महत्व बताया गया है।
चैत्र नवरात्रि की छठे दिन यमुना छठ (Yamuna Chhath 2022) का पर्व मनाया जाता है और यमुना नदी की पूजा की जाती है। इसे यमुना जयंती (Yamuna Jayanti 2022) भी कहते हैं। इस बार ये तिथि 7 अप्रैल, गुरुवार को है।
माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रथ सप्तमी (Rath Saptami 2022) का व्रत किया जाता है। इस दिन सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार ये पर्व 7 फरवरी, सोमवार को है। मत्स्य पुराण के मुताबिक ये पूरी तरह से भगवान सूर्य देव को समर्पित व्रत है।
धर्म ग्रंथों में ऐसी अनेक तिथियां बताई गई हैं जिन पर सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ऐसी ही एक तिथि है माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी। इसे रथ सप्तमी (Rath Saptami 2022), आरोग्या सप्तमी (Arogya Saptami 2022) और अचला सप्तमी (Achala Saptami 2022) के नाम से जाना जाता है।