कोविड-19 से रिकवर लोगों में बड़ी संख्या में म्यूकोर्मिकोसिस की चपेट में आने से विकट स्थितियां पैदा हो रही हैं।
कोरोना संक्रमण की स्पीड पर ब्रेक लगाने केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर एक्शन प्लान तैयार कर रही हैं। सबसे बड़ी चुनौती बड़ी आबादी वाले शहर हैं। यहां अधिक सख्ती बरती जा रही है। केंद्र सरकार पहले ही गाइडलाइन जारी कर चुकी है कि जिन इलाकों में पॉजिटिविटी 10 से अधिक है वहां ज्यादा सख्ती बरती जाए। लॉकडाउन और दूसरी अन्य सख्ती के चलते रिकवरी रेट बेहतर हो रही है। आइए जानते हैं संक्रमण रोकने केंद्र और विभिन्न राज्यों द्वारा किए जा रहे प्रयास...
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हेल्थ वर्कर्स को बिना इंश्योरेंस ही कोरोना की दूसरी लहर में लगाने के बयान पर भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जताई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि बीते साल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज को लागू किया गया था जिसे तीन बार बढ़ाया गया। हेल्थ वर्कर्स को इस योजना के तहत पचास लाख तक का कवर दिया गया है। किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को ऐसे आरोप लगाने के पहले फैक्स चेक कर लेना चाहिए। हालांकि, राहुल गांधी के बयान पर सोशल मीडिया पर भी ट्रोलिंग हो रही है।
भारत में 13 जनवरी से कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत हो सकती है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन मंजूरी मिलने के 10 दिन बाद रोलआउट हो सकती है। बता दें वैक्सीन को डीसीजीआई ने 3 जनवरी मंजूरी दी थी। ऐसे में 13 या 14 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हो सकता है।
भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन नाम की वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है। अब इसके इस्तेमाल के लिए सरकार ने कोविन (CoWIN) ऐप जारी कर दिया है। इस ऐप की मदद से वैक्सीन डिलीवरी की रियल टाइम मॉनिटरिंग में मदद मिलेगी। ऐप के जरिए सरकार वैक्सीनेशन हो चुके लोगों का डेटा सुरक्षित रखा जाएगा। हालांकि अभी ये ऐप गूगल प्ले स्टोर पर एपल ऐप स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। अभी ऐप के प्रोडक्शन का काम पूरा नहीं हुआ है।
वैश्विक महामारी कोरोना से जंग के बीच एम्स नर्सिंग यूनियन ने वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इस वजह से एम्स के पांच हजार नर्सिंग कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।
सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन साल 2021 की शुरुआत में भारत में उपलब्ध हो जाएगी। इसी पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश में अभी संभावित वैक्सीन के लिए 3 उम्मीदवार हैं, जो क्लीनिकल ट्रायल के चरण में पहुंच गए हैं और हमें उम्मीद है कि 2021 की पहली तिमाही में देश में कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 24 घंटों के भीतर नए कोरोना मरीजों का आंकड़ा करीब 82 हजार को पार हो गया है। सोमवार को देश में संक्रमितों की संख्या 60 लाख के पार हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने रविवार को कोरोनावायरस के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी और रेमेडेज़िवियर के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि जांच के तहत आने वाली थेरेपी हैं और इनका इस्तेमाल तर्कसंगत तरीके से ही किया जाना चाहिए। ऐसा इसलिए कहा गया क्योंकि हालही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि इन थेरेपीज से कोरोना ठीक नहीं होता है।
भारत में कोरोना वायरस के 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, 8893 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के बुखार, जुखाम, खांसी जैसे लक्षणों में अब कुछ नए लक्षण जोड़े हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि प्रतिबंधित क्षेत्रों और बफर जोन में प्रजनन, नवजात शिशु और बच्चे के स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक सेवाएं सीमित तरीके से जारी रहनी चाहिए। यह सेवाएं देने के लिए कोविड-19 की जांच करवाने की आवश्यकता नहीं है।