बैंक कर्मचारियों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल की वजह से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में नकदी निकासी और जमा समेत विभिन्न सेवाएं प्रभावित हुईं। बैंक कर्मचारियों के संगठन वेतन वृद्धि की मांग को लेकर 31 जनवरी से दो दिन की हड़ताल पर हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह यह निर्णय दिल्ली की जनता पर छोड़ते हैं कि वह उन्हें अपना बेटा मानते हैं, भाई मानते हैं या फिर आतंकवादी समझते हैं
सरकार की "जन-विरोधी" नीतियों के खिलाफ मजदूर संगठनों की ओर से बुलाई गई हड़ताल में बुधवार को पंजाब और हरियाणा में सार्वजनिक बैंकों, परिवहन विभाग, डाक घर और किसानों के कई संगठनों ने हिस्सा लिया
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का बुधवार को वाम मोर्चा शासित केरल में करीब - करीब हर जगह असर दिखा केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) और निजी आपरेटरों की बसें सुबह से ही सड़कों पर नहीं दिख रही थीं
हड़ताल समर्थकों ने राज्य के कुछ हिस्सों में रैलियां निकालीं और उत्तर 24 परगना जिले में सड़कों और रेलवे पटरियों को अवरुद्ध कर दिया
केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में देशभर में तमाम कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल करने का ऐलान किया है। 8 जनवरी को सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के 25 करोड़ से अधिक लोग हिस्सा लेंगे। जिससे बैंक सहित तमाम कार्य प्रभावित होंगे।
पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आठ जनवरी को बैंकों में भी हड़ताल रहेगी। सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ पांच संगठनों ने यह निर्णय लिया है। हालांकि, स्टेट बैंक इस हड़ताल में शामिल नहीं रहेगा।
श्रम मंत्रालय अब तक श्रमिको को उनकी किसी भी मांग पर आश्वासन देने में विफल रहा है। श्रम मंत्रालय ने दो जनवरी, 2020 को बैठक बुलाई थी। सरकार का रवैया श्रमिकों के प्रति अवमानना का है।
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के एक नेता ने बताया कि इस हड़ताल का समर्थन 10 यूनियन कर रही हैं
विज्ञप्ति में कहा गया कि आवश्यक सेवा रखरखाव (असम) अधिनियम, 1980 के तहत अधिकारियों, कर्मचारियों, ठेका मजदूरों, चालकों और क्षेत्र में टैंकर कर्मी और उनके सहायकों की हड़ताल निषिद्ध होगी।