सार

साल 2021 का नौंवां महीना सितंबर (September 2021) शुरू हो चुका है। इस महीने में कई बड़े त्योहार मनाए जाएंगे। इस दौरान चातुर्मास का दूसरा महीना रहेगा। सितंबर में दस दिवसीय गणेश उत्सव (Ganesh Utsav 2021) मनाया जाएगा जो 10 सितंबर से शुरू होगा।

उज्जैन. सितंबर 2021 में 10 दिवसीय गणेशोत्सव के बाद श्राद्ध पक्ष (Shraddha Paksha 2021) शुरू होगा, जो पूरे महीने रहेगा और अक्टूबर में समाप्त होगा। इस महीने में महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखने वाला हरितालिका तीज और ऋषि पंचमी व्रत भी किया जाएगा। जानिए सितंबर महीने के खास तीज-त्योहार...

- 2 सितंबर, गुरुवार को जया (अजा) एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत करें। निराहार रहें, आप चाहें तो फलाहार कर सकते हैं। विष्णु जी की विशेष पूजा करें।
- 3 सितंबर, गुरुवार को बछबारस यानी गोवत्स द्वादशी है। इस तिथि पर गौमाता और बछड़े की पूजा करने की परंपरा है।
- 7 सितंबर, मंगलवार को भाद्रपद मास की अमावस्या है। इस तिथि पर पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण आदि शुभ काम किए जाते हैं। पितरों के लिए इस दिन धूप-ध्यान करना चाहिए।
- 9 सितंबर, गुरुवार को हरितालिका तीज (Haritalika Teej 2021) है। इस दिन महिलाएं अपने जीवन साथी की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सौभाग्य की कामना से देवी पार्वती के लिए व्रत करती हैं।
- 10 सितंबर, शुक्रवार से दस दिवसीय गणेश उत्सव (Ganesh Utsav 2021) शुरू हो रहा है। मान्यता है कि इसी तिथि पर गणेश जी प्रकट हुए थे। गणेश चतुर्थी पर घर-घर में मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं विराजित की जाती हैं।
- 11 सितंबर, शनिवार को ऋषि पंचमी (Rishi Panchami 2021) है। इस दिन व्रत करने से जाने-अनजाने में हुए पाप कर्मों का असर खत्म होता है। इस तिथि पर मोरधन का सेवन करने की परंपरा है।
- 16 सितंबर, गुरुवार को तेजा दशमी (Teja Dashami 2021) है। ये पर्व ग्रामीण क्षेत्रों में काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन तेजा जी महाराज की विशेष पूजा करने की परंपरा है।
- 17 सितंबर, शुक्रवार को डोल ग्यारस (Dol Gyaras 2021) है। इस एकादशी पर भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण के लिए व्रत किया जाता है। प्राचीन समय में इस तिथि पर वामन अवतार प्रकट हुए थे। इसे जलझूलनी एकादशी भी कहते हैं।
- 19 सितंबर, रविवार को अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi 2021) है। इस तिथि पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। भगवान गणेश के लिए इस दिन व्रत-उपवास किए जाते हैं और विशेष पूजन किया जाता है।
- 20 सितंबर, सोमवार को भाद्रपद मास की पूर्णिमा है। इस तिथि पर भगवान सत्यनारायण की कथा पढ़नी और सुननी चाहिए। इस तिथि पर पितरों के लिए श्राद्ध कर्म किया जाता है।
- 21 सितंबर, मंगलवार से पितृ पक्ष शुरू हो रहा है। इस पक्ष में घर-परिवार के मृत सदस्यों के लिए श्राद्ध और तर्पण आदि शुभ काम किए जाते हैं।
- 24 सितंबर, शुक्रवार को गणेश चतुर्थी व्रत किया जाएगा। इस दिन गणेश जी को दूर्वा की 21 गांठ चढ़ाएं और पूजा करें।