पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और 10 मार्च को नतीजे आएंगे। नामांकन की एक फरवरी को आखिरी तारीख है। 4 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 10 साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया।
चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में पंजाब लोक कांग्रेस ने मंगलवार को पटियाला मे पहली जनसभा की। इसमें पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस और नवजोत सिंह सिद्धू पर जमकर हमला बोला। कैप्टन ने कहा कि संवेदनशील सीमावर्ती राज्य पंजाब को सिद्धू जैसे लोगों के हाथों में नहीं छोड़ सकते, जो निजी हितों के लिए सुरक्षा से समझौता करने को तैयार हैं। कैप्टन ने भारतीयों को मारने का आदेश देने वाले जनरल बाजवा को गले लगाने के लिए सिद्धू पर गुस्सा भी जाहिर किया।
कैप्टन ने कहा कि राज्य के विकास और सुरक्षा समेत अन्य योजनाओं पर फिर से काम करेंगे, जो चुनाव से 6 महीने से पहले सत्ता परिवर्तन की वजह से पीछे छूट गई हैं। इनमें उद्योग, पानी, कृषि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। कैप्टन ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार के लिए जल्द ही पंजाब का दौरा करेंगे। भाजपा, पीएलसी और शिअद संयुक्त गठबंधन की रैलियां शुरू होंगी। कैप्टन का कहना था कि कर्ज में डूबे पंजाब को आगे बढ़ने के लिए केंद्र और राज्य का सहयोग जरूरी है।
कैप्टन का दावा- सिद्धू की हार निश्चित है
कैप्टन ने दावा किया कि अमृतसर पूर्व सीट से नवजोत सिंह सिद्धू को बहुत बुरी हार का सामना करना पड़ेगा। अतीत में सिद्धू ने इस सीट से सिर्फ बीजेपी के समर्थन से जीत हासिल की है। कैप्टन ने सिद्धू के उस आरोप को हास्यास्पद बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिक्रम मजीठिया को मेरे खिलाफ मैदान में उतारने का कारण वही (कैप्टन) थे।
कैप्टन ने कहा- हमारे गठबंधन ने मजबूत उम्मीदवार उतारा
कैप्टन नेता ने कहा- ‘मैं मजीठिया का चाचा नहीं हूं।’ उन्होंने कहा कि अमृतसर पूर्व में 38 फीसदी मतदाता हिंदू और 32 फीसदी अनुसूचित जाति के हैं, इसलिए सिद्धू की हार निश्चित है। बीजेपी ने पीएलसी और शिअद (संयुक्त) के साथ गठबंधन के तहत अमृतसर ईस्ट से एक मजबूत उम्मीदवार खड़ा किया है। बता दें कि यहां से एनडीए गठबंधन ने तमिलनाडु कैडर के पूर्व आईएएस जगमोहन राजू को मैदान को उतारा है।