सार

बता दें कि पहले बिक्रम मजीठिया ने मजीठा और अमृतसर पूर्व से नामांकन किया था। लेकिन, सिद्धू ने उन्हें चुनौती दी और कहा कि हिम्मत हो कि तो सिर्फ एक सीट से ही चुनाव लड़ो। दो सीट से क्यों लड़ रहे हो। 

अमृतसर। पंजाब विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी जंग की तस्वीर साफ हो गई है। अकाली दल के फायर ब्रांड नेता बिक्रम सिंह मजीठिया अपनी परंपरागत सीट मजीठा से चुनाव नहीं लड़ेंगे। अब उनकी पत्नी गुनीव कौर मजीठिया मजीठा से चुनाव लड़ेंगी। बिक्रम मजीठिया सिर्फ अमृतसर पूर्व से चुनाव लड़ेंगे। उनके सामने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू होंगे। दोनों नेताओं की सियासी अदावत अब चुनावी दंगल में आमने-सामने की हो गई है। 

बता दें कि पहले बिक्रम मजीठिया ने मजीठा और अमृतसर पूर्व से नामांकन किया था। लेकिन, सिद्धू ने उन्हें चुनौती दी और कहा कि हिम्मत हो कि तो सिर्फ एक सीट से ही चुनाव लड़ो। दो सीट से क्यों लड़ रहे हो। सिद्धू की इस चुनौती को बिक्रम मजीठिया ने स्वीकार किया और अब मजीठा से नामांकन वापस लेने का ऐलान कर दिया। बिक्रम मजीठिया ने मजीठा से सोमवार को अपनी पत्नी गुनीव कौर मजीठिया का नामांकन कराया था। यानी मजीठा से अब गुनीव कौर चुनाव लड़ेंगी। जबकि बिक्रम सिर्फ अमृतसर पूर्व से सिद्धू के खिलाफ मोर्चा संभालेंगे।

बिक्रम 2009 से मजीठा से जीत रहे
बता दें कि बिक्रम की पत्नी गुनीव कौर का संबंध डेरा ब्यास के परिवार से जुड़ा है। गुनीव कौर को बिक्रम मजीठिया हाउस वाइफ बताते रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा। मजीठा हलके से बिक्रम मजीठिया को शिरोमणि अकाली दल 2009 से लगातार टिकट दे रहा है। वे यहां से लगातार जीतते भी आ रहे हैं। पार्टी ने इस बार अमृतसर पूर्व सीट से भी मैदान में उतारा है। 

पंजाब चुनाव: बिक्रम मजीठिया ने चैलेंज स्वीकारा- सिर्फ अमृतसर ईस्ट से लड़ेंगे इलेक्शन, जानिए SAD का नया प्लान

पंजाब चुनाव: सिद्धू बोले- बिक्रम मजीठिया परचा माफिया, उसने कई लोगों पर केस कराए, हम मजबूत-सुरक्षित सरकार देंगे

बिक्रम मजीठिया को सबसे बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने 23 फरवरी तक गिरफ्तारी पर रोक लगाई, चुनाव प्रचार कर सकेंगे

पंजाब चुनाव:सिद्धू का मजीठिया को चैलेंज- हिम्मत है तो सिर्फ अमृतसर ईस्ट से लड़ो, मैंने कभी जमीर-ईमान नहीं बेचा