दिल्ली के एम्स में भारत के अलग-अलग जगहों से मरीज इलाज कराने आते हैं। यहां के डॉक्टर मरीजों के लिए भगवान होते हैं। एम्स ने अपने कार्डियो न्यूरोसाइंसेस सेंटर में भर्ती मरीजों को तोहफा दिया है।उन्हें मुफ्त में ड्रॉप सुविधा अब मिलेगी।
हेल्थ डेस्क.अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्था (AIIMS) में भारत समेत अलग-अलग देशों के पेशेंट अच्छे इलाज के लिए पहुंचते हैं। यहां के डॉक्टर को लोग भगवान से कम नहीं मानते हैं। वैसे तो एक आम इंसान को इस अस्पताल में इलाज मिलने में लंबा वक्त लग जाता है। लेकिन ज्यादातर मरीज यहां से ठीक होकर ही जाते हैं। एम्स अपने पेशेंट का खास ख्याल भी रखती है। इस सुविधा में ड्रॉप सेवा को भी जोड़ा गया है। एम्स के कार्डियो न्यूरोसाइंसेज सेंटर ने अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद मरीजों को उनके घर तक मुफ्त ड्रॉप सेवा शुरू की है।
दिल्ली के भीतर ही मरीजों को मिलेगी अभी ये सुविधा
टर्म एंड कंडीशन के मुताबिक केवल कार्डियो न्यूरोसाइंसेस सेंटर (सीएनसी) वार्ड से छुट्टी पाने वाले मरीज ही इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं। यह निजी वार्ड के मरीजों और डे-केयर रोगियों (उसी दिन प्रवेश और छुट्टी) के लिए लागू नहीं है। पिछले हफ्ते इस नियम को लागू किया गया है। नियम और शर्तों के अनुसार, मरीजों को केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली की सीमाओं के भीतर कहीं भी छोड़ दिया जाएगा। अभी यह सेवा अन्य एनसीआर स्थानों के लिए उपलब्ध नहीं हैं। यानी मरीज दिल्ली के किसी भी कोने का रहने वाला होगा उसे वहां तक ड्रॉप सेवा दी जाएगी।
किसी भी शिकायत के लिए दिया गया फोन नंबर
यह सेवा 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर है और सोमवार से शनिवार तक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच उपलब्ध है। इसके साथ ही जिस वाहन पर छुट्टी मिले मरीज को भेजा जाएगा वो एंबुलेंस सेवा नहीं होगा। इसलिए जिन रोगियों को लेटी हुई स्थिति में ले जाया जाना चाहिए, उन्हें इस सेवा का लाभ उठाने की अनुमति नहीं है। मतलब बैठने वाले मरीज को ही यह सेवा मिलेगी। उसके साथ उसका एक फैमिली सदस्य जा सकता है। इतना ही नहीं बुकिंग के वक्त दी गई जानकारी वाले जगह पर ही मरीज को छोड़ा जाएगा। ड्रॉप स्थान में बदलाव नहीं कर सकते हैं। रोगी को वाहन के परिचारक या चालक को टिप नहीं देनी चाहिए। किसी भी तरह की शिकायत होने पर फोन नंबर 011-26593322 पर सूचना दी जा सकती है।
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