कौन है कश्मीरी महिला जिसे कहा जाता है पैडवुमन, पुरुषों पर करती हैं करारा वार

हेल्थ डेस्क. कश्मीर की इरफाना जरगर पिछले 9 साल से महिलाओं में पीरियड्स के दौरान स्वच्छता के मुद्दे को लेकर जागरुकता फैला रही हैं। पूरे कश्मीर में वो इस मुद्दे पर लोगों के वर्जित कठोर रवैये के खिलाफ लड़ना जारी रखा है।आइए जानते हैं पैडवूमन के बारे में।

Nitu Kumari | Published : May 16, 2023 5:13 AM IST
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31 साल की इरफाना महिलाओं को सैनिटरी पैड बांटती हैं। वो हर महीने करीब 500 जरूरतमंद महिलाओं को नियमित सैनिटरी पैड बांटती हैं। इरफाना कहती है कि महिलाओं को हाइजीन का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। वो पुरुषों को इस अभियान में जोड़ने की कोशिश में लगी हैं। लेकिन कई बार उन्हें निराशा हाथ लगती है।

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महिलाओं की स्थिति पर भी वो बहुत मुखर होकर बोलती हैं। इरफाना कहती है कि मैं जागरुकता शिविरों में लोगों से कहती हूं कि महिलाएं सभी काम करने, बच्चा पैदा करने और फैमिली की देखभाल करने वाली मशीन नहीं है। पेट में ऐंठन, सूजन, डिप्रेशन और पीरियड्स से पहले और उसके दौरान भयानक दर्द से पीड़ित हैं। पुरुषों को उनके प्रति लाड़-प्यार की भावना होनी चाहिए।

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श्रीनगर की रहने वाली इरफाना कहती है कि मैं कश्मीर में हर जगह पुरुषों को बड़े घर बनाते देखती हूं। घर में संगमरमर लगाने में लाखों खर्च कर देते हैं। लेकिन महिलाओं की जिंदगी से जुड़े 40 रुपए के सैनिटरी पैड खरीदने में खर्च नहीं करते हैं।

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महिलाओं की स्थिति पर भी वो बहुत मुखर होकर बोलती हैं। इरफाना कहती है कि मैं जागरुकता शिविरों में लोगों से कहती हूं कि महिलाएं सभी काम करने, बच्चा पैदा करने और फैमिली की देखभाल करने वाली मशीन नहीं है। पेट में ऐंठन, सूजन, डिप्रेशन और पीरियड्स से पहले और उसके दौरान भयानक दर्द से पीड़ित हैं। पुरुषों को उनके प्रति लाड़-प्यार की भावना होनी चाहिए।

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इरफाना हर जरूरतमंद महिला तक सैनिटरी पैड पहुंचाना चाहती है, लेकिन उन्हें बाहरी समर्थन नहीं मिल रहा है।वह इस काम में अपने वेतन के हिस्से का उपयोग करती हैं। आवाज-द वॉयस से बातचीत में वो कहती है कि उन्होंने पता लगाया कि कैसे महिलाएं अपने पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई की कमी के कारण खराब स्वास्थ्य और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की शिकार होती रहती हैं।

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उन्होंने कहा कि पीरियड्स के दौरान अनहेल्दी तरीकों के कारण महिलाएं वजाइना, गर्भाशय के संक्रमण, पीसीओडी (polycystic ovarian disease) से पीड़ित होती हैं। इसकी वजह से महिलाओं का तलाक हो रहा है। उनके प्रजनन मार्ग में संक्रमण के कारण वैवाहिक कलह हो रही है।

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इरफाना लॉकडाउन के दौरान भी महिलाओं को सैनिटरी पैड बांटने दूर-दराज के इलाकों में जाया करती थीं। वो बताती हैं कि लॉकडाउन के दौरान, उन्हें सैनिटरी पैड के लिए पुरुषों और महिलाओं के कॉल जाएं और हमने वहां पर इसकी डिलीवरी सुनिश्चित कराई।

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इरफाना के इस काम के लिए पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी तारीफ की है। एक्ट्रेस रवीना टंडन ने अपने सोशल मीडिया कार्यक्रमों में इरफाना के काम का जिक्र किया है। पैडवूमन इरफाना म्यूनिशिपल कॉरपोरेशन में काम करती हैं।

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