बांग्लादेश में दुर्गा उत्सव(Durga Puja) के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा(communal violence) के खिलाफ 23 अक्टूबर को इस्कॉन (ISKCON) संस्था ने दुनियाभर के करीब 150 देशों में कीर्तन करके शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली. बांग्लादेश में दुर्गा उत्सव(Durga Puja) के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा(communal violence) के खिलाफ 23 अक्टूबर को इस्कॉन ( ISKCON) संस्था दुनियाभर के करीब 150 देशों में कीर्तन करके शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन नई दिल्ली से लेकर वाशिंगटन डीसी, पर्थ से लंदन, डरबन से टोरंटो तक लोग जुड़ें। इन्होंने बांग्लादेश में इस्कॉन सदस्यों, अन्य हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों के विरोध में एकजुटता दिखाई।
इस्कॉन मंदिर में की थी उपद्रवियों ने तोड़फोड़
बांग्लादेश में दुर्गा उत्सव के समापन के दौरान भी कई जगह हिंसा हुई थी। इस्कान मंदिर में भी तोड़फोड़ की गई थी। इॅस्कान बांग्लादेश ने अपने twitter हैंडल पर लिखा था-इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) आचार्य संस्थापक एसी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभूपाद की मूर्ति नोआखली, बांग्लादेश में जलाई गई।
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विहिप ने भी किया था विरोध प्रदर्शन
बांग्लादेश में 13 अक्टूबर को दुर्गा पूजा के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा और उसके बाद रंगपुर में 17 अक्टूबर को हिंदुओं के 65 घर जलाने की घटना से हिंदू समाज में आक्रोश है। इन घटनाओं के विरोध में 20 अक्टूबर को विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने दिल्ली स्थित बांग्लादेश के हाईकमीशन के सामने प्रदर्शन किया था। VHP ने कहा था कि बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं का नरसंहार हो रहा है और संयुक्त राष्ट्र संघ आंख बंद करके बैठा है।
मुख्य आरोपी अरेस्ट
बांग्लादेश में साम्प्रदायिक हिंसा(communal violence) फैलाने वाले मुख्य आरोपी 35 वर्षीय इकबाल हुसैन को 21 अक्टूबर की रात पकड़ लिया गया। यह वही आदमी है, जिसने दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखकर दंगा कराया था। कोमिल्ला शहर में हिंदुओं के खिलाफ 13 अक्टूबर से शुरू हुई हिंसा 17 अक्टूबर तक पूरे बांग्लादेश में चलती रही थी। इस दौरान मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और घरों को आग लगा दी गई थी। दुर्गा पूजा के दौरान हुई हिंसा के बाद पीरगंज के एक गांव रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली(Jelepolli) में इस्लामिक कट्टरपंथियों के एक समूह ने हिंदुओं के घरों पर हमला किया था। इसमें 20 घरों को जला दिया गया था। हालांकि स्थानीय संघ परिषद(local Union Parishad chairman) के अध्यक्ष के अनुसार उपद्रवियों ने 65 घरों को आग लगाई थी।
इस एक सेल्फी के जरिये इकबाल तक पहुंची पुलिस,
दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखकर बांग्लादेश में साम्प्रदायिक हिंसा(communal violence) फैलाने वाले मुख्य आरोपी 35 वर्षीय इकबाल हुसैन को पकड़ने के पीछे एक दिलचस्प कहानी सामने आई है। हिंसा भड़काने के बाद आरोपी समुद्र बीच पर एंजॉय कर रहा था। इसी दौरान वो वहां मौजूद कुछ अंजान लड़कों के ग्रुप में शामिल होकर मौज-मस्ती करने लगा। लेकिन उसे नहीं मालूम था कि ये लड़के उसे पकड़वाने के लिए पुलिस के साथ मिलकर प्लानिंग कर रहे हैं। क्लिक करके विस्तार से पढ़ें
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