सार

बांग्लादेश में साम्प्रदायिक हिंसा(Communal violence) रोकने में सरकार नाकाम साबित हो रही है। रविवार को रंगपुर(Rangpur) के उपजिला पीरगंज (Pirganj upazila) में हिंदुओं के 65 घर आग में फूंकने का मामला सामने आया है।

ढाका. इस्लामिक कट्टरपंथियों ने बांग्लादेश को साम्प्रदायिक हिंसा में झोंक दिया है। दुर्गा पूजा पर 13 अक्टूबर से शुरू हुई हिंसा पर अब तक काबू नहीं पाया जा सका है। रविवार को रंगपुर(Rangpur) के उपजिला पीरगंज (Pirganj upazila) में हिंदुओं के 65 घर आग में फूंकने का मामला सामने आया है।

यह भी पढ़ें-Shocking Photos: इस्लामिक कट्टरपंथियों ने लगा दी 'सौहार्द्र' को आग; 1947 के बाद फिर शर्मसार हुआ बांग्लादेश

रविवार देर रात मुसलमानों की भीड़ ने गांव पर किया हमला
बांग्लादेश के प्रमुख न्यूज मीडिया हाउस dhakatribune.com की खबर के अनुसार, पीरगंज के एक गांव रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली(Jelepolli) में इस्लामिक कट्टरपंथियों के एक समूह ने हिंदुओं के घरों पर हमला किया। इसमें 20 घरों को जला दिया गया। हालांकि स्थानीय संघ परिषद(local Union Parishad chairman) के अध्यक्ष के अनुसार उपद्रवियों ने 65 घरों को आग लगाई है। ढाका ट्रिब्यून के अध्यक्ष मोहम्मद सादकुल इस्लाम( Md Sadequl Islam) के अनुसार, उपद्रवी जमात-ए-इस्लामी और छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिबिर( Islami Chhatra Shibir) की स्थानीय इकाई के थे।

यह भी पढ़ें-प्लीज आर्मी भेजिए: बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान 'मां' की झांकियों पर हमला; हिंसक झड़प में 4 की मौत

फेसबुक पोस्ट के बाद फिर बढ़ा तनाव
पुलिस का कहना है कि एक हिंदू व्यक्ति ने फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट की थी। इसके बाद तनाव पैदा हो गया। तनाव बढ़ने के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और युवक के घर के चारों ओर पहरा दे दिया। पुलिस का कहना है कि उन्होंने उसके घर को तो बचा लिया, लेकिन उपद्रवियों ने आस-पास के करीब 15 से 20 घरों में आग लगा दी। फायर ब्रिगेड को घटना की सूचना रात करीब 9.30 बजे पता चली। इसके बाद पीरगंज, मीठापुकुर और रंगपुर शहर से दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए पहुंचीं। यहां अभी भी बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है।

यह भी पढ़ें-Bangladesh हिंसा: रूपसा के एक मंदिर के पास RAB को मिले 18 बम; 100 से अधिक अरेस्ट; ये हैं मौजूदा हालात

ऐसे शुरू हुई थी हिंसा
हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा के बीच सोशल मीडिया पर हमले और सांप्रदायिक नफरत फैलाने के मामले में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पूजा के घरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और सीमा रक्षक बांग्लादेश(Border Guard Bangladesh troops) के सैनिकों को दो दर्जन से अधिक जिलों में भेजा गया था। शुक्रवार को दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ 10 दिवसीय महोत्सव का समापन हो गया। बुधवार को चांदपुर के हाजीगंज में पूजा स्थलों पर हमले के दौरान पुलिस की गोलीबारी में कम से कम चार लोग मारे गए, जबकि नोआखली के चौमुहानी में शुक्रवार को हिंदू मंदिरों पर हुए हमले में दो लोगों की मौत हो गई। सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों ( law enforcement agencies)ने देश को अस्थिर करने के लिए इन घटनाओं को नियोजित बताया है।

22 जिलों में RAB और BGB के जवान तैनात
हमलों और झड़पों के बाद चांदपुर, कॉक्स बाजार, बंदरबन, सिलहट, चटगांव और गाजीपुर में स्थिति गंभीर बनी हुई है। अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के जवानों, पुलिस और RAB की बड़ी टुकड़ियों को तैनात करना पड़ा है। BGB के संचालन निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल फैजुर रहमान ने कहा कि संबंधित उपायुक्तों के अनुरोध पर और गृह मंत्रालय के निर्देश पर बीजीबी कर्मियों को तैनात किया गया था। हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ करने के आरोप में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। 

pic.twitter.com/kDma77F67W

pic.twitter.com/6SLd7iRgLh