सार

बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान हुई हिंसा(Communal violence) के बाद कई शहरों में तनाव बरकरार है। सरकार की सख्ती के बाद हिंसा में शामिल करीब 100 लोगों को अरेस्ट किया गया है। हालांकि अभी भी कई जगह तनाव की स्थिति है। इस बीच RAB ने रूपसा उप जिले के एक मंदिर के पास से 18 बम जब्त किए हैं।

ढाका. नवरात्रि (Navratra 2021) पर दुर्गा पूजा के दौरान 13 अक्टूबर को चांदपुर जिले से शुरू हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद बांग्लादेश के 22 जिलों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। हिंसा में शामिल 100 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया गया है। बता दें कि इस्लामिक कट्टरपंथियों ने दुर्गा पूजा के दौरान चांदपुर जिले में कई हिंदू मंदिरों पर हमला कर दिया था। इस हिंसक झड़प में 4 लोगों की मौत हो गई। 

खुलाना में मंदिर के पास मिले 18 बम
हिंसावाले इलाकों की लगातार सर्चिंग कर रही रैपिड एक्शन बटालियन(RAB) को रूपसा उप जिले (Rupsha upazila) के खुलाना(Khulna) में एक मंदिर के पास 18  बम मिले हैं। यह खबर dhakatribune न्यूज वेबसाइट ने प्रकाशित की है। RAB-6 के डायरेक्टर लेफ्टिनेंट कर्नल मुस्ताक अहमद( Mostaq Ahmed) ने डेली स्टार न्यूज को इस मामले की पुष्टि की है।

यह भी पढ़ें-प्लीज आर्मी भेजिए: बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान 'मां' की झांकियों पर हमला; हिंसक झड़प में 4 की मौत

सरकार ने कहा-किसी को नहीं छोड़ेंगे
हिंसा के बाद बांग्लादेश की PM शेख हसीना ने कहा है कि कमिला शहर में दुर्गा पूजा के दौरान हुई हिंसा के पीछे जिन लोगों का हाथ है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस तरह के सांप्रदायिक कृत्य दुबारा न हो, इसलिए "उचित दंड" दिया जाएगा।

इधर, भारतीय विदेश मंत्रालय(MEA) के प्रवक्ता ने कहा- हमने बांग्लादेश में धार्मिक सभाओं पर हमलों की कुछ रिपोर्ट देखी हैं। बांग्लादेश सरकार ने इस दिशा में कड़े एक्शन लिए हैं। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह जारी है। हम उच्चायोग अधिकारियों के संपर्क में हैं।

यह भी पढ़ें-बांग्लादेश में मंदिरों पर हमले पर विहिप ने जताई चिंता, हिंदुओं की रक्षा और जिहादियों पर कार्रवाई की मांग

22 जिलों में RAB और BGB के जवान तैनात
गुरुवार को हुए हमलों और झड़पों के बाद चांदपुर, कॉक्स बाजार, बंदरबन, सिलहट, चटगांव और गाजीपुर में स्थिति गंभीर बनी हुई है। अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के जवानों, पुलिस और RAB की बड़ी टुकड़ियों को तैनात करना पड़ा है।  BGB के संचालन निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल फैजुर रहमान ने कहा कि संबंधित उपायुक्तों के अनुरोध पर और गृह मंत्रालय के निर्देश पर बीजीबी कर्मियों को तैनात किया गया था। हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ करने के आरोप में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने गुरुवार को यह भी कहा कि अधिकारियों ने हमलावरों में से कई की पहचान कर ली है।

यह भी पढ़ें-Video: ताइवान में 13 मंजिला इमारत में लगी भीषण आग, जिंदा जले 46 लोग, 51 लोग बुरी तरह झुलसे

ऐसे  फैली थी अफवाह के बाद हिंसा
बुधवार की सुबह पुलिस को 999 के माध्यम से एक कॉल आया। इसमें सूचित किया गया था कि कोमिला में नानुआर दिघी के तट पर एक दुर्गा पूजा मंडप में एक कुरान पाया गया है।

सुबह करीब 10 बजे सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल होने लगी, जिसमें एक हिंदू मूर्ति की गोद में कुरान की एक प्रति दिखाई दे रही थी। फ़ैज़ उद्दीन नाम के एक युवक ने वीडियो को फ़ेसबुक पर स्ट्रीम किया था। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

अवामी लीग(Awami League) के आयोजन सचिव और संसद सचेतक अबू सईद अल महमूद स्वपन(Abu Sayeed Al Mahmood Swapon) ने सत्तारूढ़ पार्टी के केंद्रीय नेताओं की एक टीम के साथ घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि धार्मिक कट्टरपंथियों ने इस मुद्दे को तीव्र गति से बढ़ाने में मदद की थी। यह एक सुनियोजित कदम था।

चांदपुर में चार की मौत
बुधवार रात 8.15 बजे चांदपुर के हाजीगंज नगरपालिका क्षेत्र में ''तौहीदी मुस्लिम जनता'' के बैनर तले जुलूस निकाला गया। जुलूस से लक्ष्मीनारायण अखाड़ा पर पथराव किया गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी हमला किया। इस पर पुलिस को गोली चलानी पड़ी। इसमें 3 की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक की अस्पताल में मौत हो गई। चांदपुर के एसपी मिलन महमूद के अनुसार, पुलिस अधिकारियों सहित कम से कम 50 घायल हो गए। मरने वालों में 18 साल के अल अमीन, 15 साल के यासीन हुसैन, 19 साल के शमीम और 30 साल के बबलू हैं। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने बुधवार रात 11 बजे हाजीगंज बाजार क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी। बाद में स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए BGB की दो प्लाटून तैनात की गईं। हालांकि एसपी मिलन महमूद ने कहा- “हमने किसी पर गोली नहीं चलाई। जब मंदिर पर ईंटों से हमला किया गया और पुलिस पर भी हमला किया गया, तब स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए 139 राउंड गोलियां चलाई गईं।