आज से संसद का मानसून सत्र (Parliament Monsoon Sessions) शुरू होने वाला है। संसद में पहली बार NDA और INDIA आमने-सामने होंगे। इस बीच मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने के मामले में हंगामा होने के आसार हैं।
नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र (Parliament monsoon session) आज से शुरू होने जा रहा है। हाल ही में बने विपक्षी दलों के मोर्चे INDIA (Indian National Developmental Inclusive Alliance) और NDA पहली बार संसद में आमने-सामने होंगे। इस बीच मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का वीडियो सामने आने के मामले में हंगामे के आसार हैं।
विपक्ष ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में बयान दें। केंद्र सरकार मानसून सत्र में 31 विधेयक लाने जा रही है। इनमें दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश से जुड़ा विधेयक भी है। विपक्ष द्वारा इसका विरोध किए जाने की तैयारी है। इस विधेयक को लेकर राज्यसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है। राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अध्यादेश के खिलाफ मुहीम चलाई थी। विपक्षी पार्टियों ने उन्हें विधेयक के खिलाफ समर्थन का आश्वासन दिया है।
दिल्ली अध्यादेश से जुड़े विधेयक के लिए राज्यसभा में केंद्र सरकार को चाहिए 105 सदस्यों का समर्थन
राज्यसभा में विपक्ष के 105 सदस्य बिल का विरोध कर सकते हैं। वहीं, बीजेपी और सहयोगी दलों को अगर 105 सदस्यों का समर्थन मिल जाता है तो मामला सरकार के पक्ष में जा सकता है। भाजपा को पांच नामांकित और दो निर्दलीय सांसदों के समर्थन का भरोसा है। उसे मायावती की बहुजन समाज पार्टी, जनता दल सेक्युलर और तेलुगु देशम पार्टी से भी समर्थन की उम्मीद है, जिनके एक-एक सांसद हैं।
बिल पास कराने के लिए सरकार को नवीन पटनायक की बीजेडी और जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस से मदद की जरूरत होगी। इनके नौ-नौ सदस्य हैं। बीजद ने कहा है कि जब विधेयक चर्चा और मतदान के लिए आएगा तब वह फैसला करेगी। जगन रेड्डी ने भी अभी तक अपना फैसला नहीं बताया है।
यह भी पढ़ें- मणिपुर: दो महिलाओं को नग्न घुमाने के मामले में स्मृति ईरानी ने मुख्यमंत्री से की बात, विपक्ष ने PM से मांगा जवाब
विपक्ष की मांग संसद में मणिपुर हिंसा पर जवाब दें पीएम मोदी
विपक्ष ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर हिंसा पर संसद में बयान दें। मणिपुर 3 मई से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है। मणिपुर हिंसा को लेकर कुछ पार्टियों द्वारा पहले दिन स्थगन प्रस्ताव लाने की भी योजना बनाई गई है। गौरतलब है मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर भीड़ द्वारा घुमाने का वीडियो सामने आया है। आरोप है कि दोनों महिलाओं के साथ गैंगरेप भी किया गया था। घटना 4 मई को घटी थी। केंद्र सरकार ने कहा है कि वह मणिपुर हिंसा मामले में संसद में चर्चा के लिए तैयार है।
यह भी पढ़ें- Monsoon Session 2023: 17 दिनों में 31 बिल पेश करेगी मोदी सरकार, कांग्रेस ने भी यह प्लान कर लिया तैयार