Good News: भारत में सरकारी माध्यम से ही फाइजर करेगा वैक्सीन सप्लाई, बिना मुनाफा देगा वैक्सीन

फाइजर कंपनी बिना किसी मुनाफा के भारत को वैक्सीन उपलब्ध कराने जा रहा है। महामारी के दौरान कंपनी फाइजर बाॅयोएनटेक कोविड वैक्सीन को भी सरकारी माध्यम से ही उपलब्ध कराएगी। देश में वैक्सीन अभियान में फाइजर अपनी सहयोगी कंपनी के साथ लगातार भारत के लिए सहयोग में रहेगा और वैक्सीन की कमी नहीं होगी। 
फाइजर के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर यह बताया है। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 22, 2021 12:20 PM IST / Updated: Apr 22 2021, 07:17 PM IST

नई दिल्ली। फाइजर कंपनी बिना किसी मुनाफा के भारत को वैक्सीन उपलब्ध कराने जा रहा है। महामारी के दौरान कंपनी फाइजर BioNtech Covid 19 mRNA वैक्सीन को भी सरकारी माध्यम से ही उपलब्ध कराएगी। देश में वैक्सीन अभियान में फाइजर अपनी सहयोगी कंपनी के साथ लगातार भारत के लिए सहयोग में रहेगा और वैक्सीन की कमी नहीं होगी। 
फाइजर के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर यह बताया है। हालांकि, कंपनी ने यह नहीं बताया है कि वह कितने रेट पर वैक्सीन को भारत में देगी। 

कंपनी ने वैक्सीन का रेट तय करने में कैटेगरी तय की

फाइजर प्रवक्ता ने बताया कि हमने विभिन्न देशों को वैक्सीन सप्लाई के लिए कैटेगरी के हिसाब से रेट तय किए हैं। यह इसलिए ताकि हर देश को वैक्सीन समान रूप से उपलब्ध हो सके। भारत के लिए हमने नान-प्राॅफिट कैटेगरी में वैक्सीन सप्लाई की श्रेणी तय कर रखी है। 

भारत सरकार ने व्यस्कों के लिए वैक्सीनेशन की राह खोली
भारत सरकार ने बीते दिनों 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन का निर्णय लिया था। इसके साथ ही यह तय किया था कि अधिक से अधिक वैक्सीनेशन हो सके इसलिए राज्य सरकारें, प्राइवेट हास्पिटल्स, इंडस्ट्रीयल सेक्टर वैक्सीन सीधे खरीद सकते हैं। 

अगले महीने से पचास प्रतिशत स्टाॅक रहेगा केंद्र के पास
केंद्र सरकार ने तय किया है कि अगले माह से केंद्र सरकार के पास वैक्सीन का टोटल पचास प्रतिशत रहेगा जबकि बाकी के पचास प्रतिशत राज्य व खुले बाजार के लिए रखा गया है। 

मल्टीनेशनल फार्मा कंपनी फाइजर का हेडक्वार्टर न्यूयार्क में 

फाइजर एक मल्टीनेशनल फार्मा कंपनी है। इसका हेडक्वार्टर न्यूयार्क में है। बीते साल दिसंबर में फाइजर ने भारत में वैक्सीन के रेस्ट्रिक्टेड यूज के लिए परमिशन के लिए सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन जो कि भारत की सर्वाेच्च ड्रग रेगुलेटरी अथारिटी है, को आवेदन किया था। हालांकि, इसके पहले ही कंपनी को इमरजेंसी यूज अप्रूवल यूके में मिल गया। इसके बाद कंपनी ने पांच फरवरी को अपना आवेदन वापस ले लिया जब सीडीएससीओ की एक एक्सपर्ट कमेटी ने भारत में बिना क्लिनिकल ट्रायल और स्टडी किए ही इमरजेंसी अप्रूवल पर सवाल खड़े किए थे। 

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दूसरे लहर में केंद्र सरकार ने विदेशी वैक्सीन को अप्रूवल

देश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद केंद्र सरकार ने उन सभी विदेशी वैक्सीन्स को भारत में इमरजेंसी यूज के लिए अप्रूवल दे दिए जो अमेरिका, यूके, जापान या डब्ल्यूएचओ की इमरजेंसी लिस्टिंग में शामिल थे। 
 

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