सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का आज उनके पैतृक गांव सैफई में पंचतत्व में विलीन हो गए। बेटे अखिलेश यादव ने उनको मुखाग्नि दी। इससे पहले लाखों की संख्या में मेला ग्राउंड में लोगों ने नेताजी के आखिरी दर्शन किए।
इटावा: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का मंगलवार 11 अक्टूबर को पंचतत्व में विलीन हो गए। लाखों नम आंखों ने उन्हें विदाई दी। विधि विधान से अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को मुखाग्नि दी। पार्टी के कार्यकर्ता समेत राज्य के दिग्गज नेताओं ने नेताजी को अंतिम विदाई दी। इतना ही नहीं उनको विदाई देने के लिए दूसरे राज्यों के कई बड़े नेता भी शामिल हुए। अंतिम दर्शन के लिए लाखों लोग सोमवार की रात से ही गांव पहुंचने लगे थे। अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव देह को आखिरी विदाई के लिए यहां के मेला ग्राउंड ले जाया गया है। कार्यकर्ता, नेता समेत आम-जनमानस को दोपहर 3 बजे तक नेताजी के दर्शन होने थे लेकिन भीड़ बेकाबू होने की वजह से रोक दिया गया। उसके बाद दाह संस्कार के लिए पार्थिव शरीर को ले जाया गया। नेताजी का अंतिम संस्कार उनकी पत्नी के मेमोरियल के पास की तीन फीट ऊंचा प्लेटफॉर्म बनाया गया है। 30x30 फीट की इस जगह में 10 हजार ईंटें लगाई गई हैं। यहीं पर नेताजी का अंतिम संस्कार किया गया है।
डेढ़ क्विंटल चंदन की लकड़ियों से होगा नेताजी का अंतिम संस्कार
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार चंदन की लकड़ियों से किया जाएगा। कन्नौज के फूलों से उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। इत्र नगरी से लकड़ियों और फूलों की खेप लेकर सपा नेता सैफई पहुंच गए हैं। तिर्वा कस्बा निवासी और समाजवादी व्यापार सभा के पूर्व प्रदेश कोषाध्यक्ष अंशुल गुप्ता ने बताया कि उनके पास नेताजी के सैफई आवास से फोन आया था। इसके बाद उन्होंने अपने जनपद से डेढ़ क्विंटल चंदन की लकड़ियों का इंतजाम किया है। वे सोमवार शाम को सैफई पहुंच गए। साथ ही गुलाब और गेंदे के फूल भी भारी मात्रा में लेकर आए हैं। अंशुल के मुताबिक, नेताजी और अखिलेश दोनों का जनपद से काफी जुड़ाव रहा है। यहां से बड़ी संख्या में सपाई भी सैफई पहुंच रहे हैं।
पत्नी मालती के मेमोरियल के करीब ही बना नेताजी का प्लेटफॉर्म
मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार के लिए सैफई में भारी बारिश के बीच प्लेटफॉर्म बनाया। इसको रातोंरात बनाने के लिए लोगों और मशीनों ने लगातार काम किया। करीब 50 मजदूर रातभर लगे रहे। मुलायम की पहली पत्नी मालती देवी के मेमोरियल के करीब ही तीन फीट ऊंचा प्लेटफॉर्म बनाया गया है। इस जगह में 10 हजार ईंटों को लगाया गया है। नेताजी के पार्थिव शरीर का जहां अंतिम संस्कार हो रहा है यानी की मेला ग्राउंड में पांच साल पहले तक सैफई महोत्सव होता था।
अखिलेश ने डिंपल के साथ शुरू की अंतिम संस्कार से पहले की विधियां
मुलायम सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए मेला ग्राउंड में रखा गया है। दोपहर दो बजे तक अंतिम दर्शन किए जाएंगे। मुलायम सिंह यादव को स्वामी प्रसाद मौर्य और अफजाल अंसारी ने श्रद्धांजलि दी। शिवपाल यादव ने समर्थकों को संबोधित किया और उनसे शांति बनाए रखने की अपील की है। यूपी के दोनों डिप्टी सीएम मेला ग्राउंड में मौजूद हैं। वहीं अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल यादव के साथ अंतिम संस्कार से पहले की विधियां की।
अमिताभ बच्चन नेताजी की अंतिम विदाई देने के लिए पहुंच रहे सैफई
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सैफई आएंगे। गहलोत मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। दोपहर एक बजकर 45 मिनट पर गहलोत सैफई पहुंचेंगे। नेताजी को अंतिम विदाई देने अमिताभ बच्चन भी सैफई पहुंच रहे हैं। कांग्रेस की तरफ से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
हवाई पट्टी पर पहुंचे वायुसेना के जवान
सैफई हवाई पट्टी पर वीवीआईपी के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कई जिलों की पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। वायुसेना के जवान भी हवाई पट्टी पर पहुंच गए हैं। इतना ही नहीं बारिश को देखते हुए वाटरप्रूफ पंडाल बनाए गए हैं। नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए आना जाना जारी है। वहीं राम गोपाल यादव बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को याद कर रो पड़े। मंगलवार की दोपहर तीन बजे महोत्सव ग्राउंड में बने समाधि स्थल पर मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। सैफई के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में शव यात्रा निकालने के लिए रथ को फूलों से सजाया गया है।
पैतृक घर वाले रास्ते में की गई है बैरिकेडिंग
मंगलवार की सुबह दस बजे नेताजी के अंतिम दर्शन कार्यकर्ता सैफई के नुमाईश मैदान में कर सकेंगे। उसके बाद दोपहर तीन बजे उनका अंतिम संस्कार होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं। मुलायम सिंह की अंतिम यात्रा में उमड़ रहे लाखों की भीड़ को देखते हुए सैफई में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए है। पांच बटालियन पीएसी के साथ भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही नेताजी के पैतृक घर वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग की गई है और ड्रोन से लगातार निगरानी की जा रही है।
कई राज्यों के मुख्यमंत्री होंगे अंतिम संस्कार में शामिल
मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, यूपी सरकार के कई मंत्री, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, लालू प्रसाद यादव, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी, सपा के तमाम विधायक समेत कई गणमान्य लोग सैफई पहुंचेगे।
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