रूस की आबादी नहीं बढ़ रही-अमेरिका में प्रवासियों ने बढ़ाई दिक्कत, ट्रंप ने कहा- 'ज्यादा बच्चे पैदा करें अमेरिकी'

Published : Mar 11, 2023, 04:05 PM IST
Donald Trump

सार

अमेरिका में घटती मांग को लेकर पूर्व प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर मांग बढ़ानी है तो अमेरिकियों को ज्यादा बच्चे पैदा करने होंगे। ट्रंप ने कहा कि प्रवासियों की आबादी बढ़ने से मांग घटी है। 

Donald Trump Statement. अमेरिका में घटती मांग के लिए पूर्व प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने प्रवासियों को जिम्मेदार माना है और उनका कहना है कि मांग बढ़ानी है तो अमेरिकियों को ज्यादा बच्चे पैदा करने होंगे। ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका के मूल लोगों की डिमांड काफी कम हो गई है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि अमेरिका को फिर से महाशक्ति बनाना है तो हमें ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए। अभी अमेरिका की आबादी करीब 33.19 करोड़ है और इस शताब्दी की शुरूआत में यह 28.22 करोड़ थी। इसमें सिर्फ 17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

क्या कहते हैं अमेरिका एक्सपर्ट्स

डोनाल्ड ट्रंप के बयान को लेकर अमेरिकी एक्सपर्ट्स ने कई वजहें बताई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि 1946 से 1964 के बीच जन्मे बच्चे अमेरिका के तीन प्रेसीडेंट में ट्रंप भी शामिल हैं। उनके अलावा दो अन्य यानि बिल क्लिंटन और जॉर्ज डब्ल्यू बुश भी उसी दौर के हैं। उस दौर में जन्मे बच्चे सबसे कम उम्र के प्रेसीडेंट बाराक ओबामा हैं। ट्रंप के ज्यादा बच्चे चाहने की सोच उनकी पीढ़ी की वजह से ही है। जब ट्रंप का जन्म हुआ तब दूसरे विश्व युद्ध के बाद आबादी बढ़ाने के लिए ज्यादा बच्चे पैदा करने पर जोर दिया जा रहा था। ट्रंप की सोच भी उसी के इर्द-गिर्द है। एक्सपर्ट्स ने बताया कि 2023 की जन्म दर अगर कायम रहती है तो 2041 तक अमेरिका में 18 करोड़ बच्चे जन्म लेंगे।

रूस का भी आबादी बढ़ाने पर जोर

अमेरिका ही नहीं बल्कि रूस भी देश की आबादी बढ़ाने पर जोर दे रहा है। मौजूदा समय में रूस की आबादी सिर्फ 14.34 करोड़ है। 21वीं सदी की शुरूआत में रूस की कुल आबादी 14.66 करोड़ थी, जो अब बढ़ने की बजाय कम हो गई है। यही वजह है कि रूस के प्रेसीडेंट ब्लादिमीर पुतिन देशवासियों के आबादी बढ़ाने की अपील कर रहे हैं और इसके लिए कई स्कीम भी शुरू की गई हैं। पुतिन ने 2025 तक जन्मदर में आधा फीसदी की बढ़ोतरी का टार्गेट रखा है। बड़े परिवारों को कई तरह की टैक्स में छूट भी जा रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग आबादी बढ़ाने में आगे आएं।

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