15 जून, 2020 को लद्दाख में गलवान वैली में हुई हिंसक झड़प(Galwan Valley clash) में भारतीय सेना के हाथों मारे गए चीनी सैनिकों के स्मारक पर फोटो खिंचवाने वाले एक ट्रैवल ब्लॉगर को 7 महीने जेल की सजा सुनाई गई है।
बीजिंग (Beijing). गलवान वैली में LAC पर हुई हिंसक झड़प में अपने सैनिकों के मारे जाने के बाद से चीन बौखलाया हुआ है। उसने कभी इसमें मारे गए अपने सैनिकों की संख्या उजागर नहीं की। अब उसने एक ट्रैवल ब्लॉगर को चीन सैनिकों के स्मारक पर चढ़कर फोटो खिंचवाने पर कड़ी सजा दिलवाई है। कोर्ट ने उसे चीनी सैनिकों के अपमान का दोषी मानते हुए 7 महीने की सजा सुनाई है।
15 जुलाई को स्मारक पर गया था ब्लॉगर
चीन ने कभी यह स्वीकार नहीं किया कि 15 जून, 2020 को लद्दाख में गलवान वैली में हुई हिंसक झड़प(Galwan Valley clash) में उसके सैनिक मारे गए हैं। हालांकि उसने अपने सैनिकों की याद में स्मारक जरूर बनवाया है। ट्रैवल ब्लॉगर ली किजिआन ( Li Qixian) 15 अगस्त को स्मारक पर गया था। यहां उसने समाधिस्थल पर चढ़कर कई फोटो खिंचवाई थीं। यह समाधिस्थल काराकोरम पर्वतीय क्षेत्र में है। आरोप यही है कि ब्लॉगर उस पत्थर पर चढ़ा था, जिस पर समाधि है। साथ ही वो स्मारक पर खड़े होकर मुस्करा रहा था। उसने समाधि की तरफ उंगुलियों से पिस्टल बनाकर इशारा भी किया था। अब उसे पश्चिमी चीन के झिंजियांग उइगर क्षेत्र के पिशान काउंटी की स्थानीय कोर्ट ने सजा सुनाई है। साथ ही यह भी आदेश दिया गया कि वो 10 दिनों के अंदर अपने इस कृत्य के लिए माफी भी मांगे।
एक अन्य ब्लॉगर को भी चीन में सुनाई गई थी सजा
इससे पहले जून में गलवान वैली का सच सामने लाने वाले एक चीन ब्लॉगर को 8 महीने जेल की सजा सुनाई गई थी। चीन सरकार के एक्शन के बाद उसे जेल हुई थी। ब्लॉगर ने इस झड़प में 40 चीनी सैनिकों के हताहत होने का खुलासा किया था, जबकि चीन सरकार इसे मानने को तैयार नहीं है। चीन सरकार ने ब्लॉगर को चीनी नायकों और शहीदों को बदनाम करने का दोषी माना गया था।
नए सुरक्षा कानून के तहत सजा पाने वाला पहला व्यक्ति
मार्च में चीन ने एक नया सुरक्षा कानून पास किया था। चीन के सीना वीबो (Sina Weibo) माइक्रोब्लॉगिंग अकाउंट के ब्लॉगर चाउ जिमिंग (Chou Ziming) इस कानून के तहत सजा पाने वाला पहला व्यक्ति था। उनके 25 लाख से ज्यादा फॉलोवर हैं। नानजिंग जियानये पीपुल्स कोर्ट ने 38 साल के इस ब्लॉगर को सजा सुनाते समय कहा था कि वो अपने इस अपराध के लिए प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफार्म और नेशनल मीडिया पर 10 दिन के अंदर सार्वजनिक माफी भी मांगे।
अमेरिका से रिश्ते सुधारने की कोशिश
इस बीच अमेरिका से अपने रिश्ते सुधारने की दिशा में 15 नवंबर की शाम अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ वर्चुअल मीटिंग तय की गई। बता दें कि पिछले एक-दो साल में दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। चीन अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए अमेरिका के साथ रिश्तों में आई कड़वाहट दूर करके द्विपक्षीय व्यापार को फिर से पटरी पर लाना चाहता है। हालांकि अमेरिका ताइवान और भारत के मुद्दों को लेकर हमेशा से ही चीन के खिलाफ बोलता रहा है।
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