सार
असम के चबुआ में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मुझे यह देखकर तकलीफ हुई कि इस देश की एक ऐसी पार्टी जो सबसे पुरानी पार्टी, जिसने इस देश पर 50-55 साल शासन किया। ऐसी कांग्रेस पार्टी आज भारत की चाय की पहचान को मिटाने वालों का खुलेआम समर्थन कर रही है।
नई दिल्ली. असम के चबुआ में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मुझे यह देखकर तकलीफ हुई कि इस देश की एक ऐसी पार्टी जो सबसे पुरानी पार्टी, जिसने इस देश पर 50-55 साल शासन किया। ऐसी कांग्रेस पार्टी आज भारत की चाय की पहचान को मिटाने वालों का खुलेआम समर्थन कर रही है।
पीएम मोदी ने टूलकिट का जिक्र किया
"आपने एक टूलकिट की चर्चा सुनी होगी, इस टूलकिट में असम की चाय और हमारे ऋषि मुनियों द्वारा दिए गए योग को दुनिया में बदनाम करने की योजना तैयार की गई। ऐसी साजिश रचने वालों को कांग्रेस पार्टी समर्थन करे और असम में वोट मांगने की हिम्मत करे। कांग्रेस को हम माफ कर सकते हैं क्या?"
"कांग्रेस आज उस पार्टी के साथ गठबंधन के साथ मैदान में उतरी है जो असम की अस्मिता, असम की संस्कृति के लिए अपने आप में एक बहुत बड़ा खतरा है, बहुत बड़ा संकट है।"
"एक चायवाला आपके दर्द को समझेगा"
"एक चायवाला, आपके दर्द को नहीं समझेगा तो कौन समझेगा। मैं विश्वास दिलाता हूं कि टी गार्डन्स में काम करने वाले श्रमिक साथियों का जीवन स्तर सुधारने के लिए NDA सरकार का अभियान और तेज किया जाएगा।"
"मैं असम में या पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में जाता हूं, बहुत गौरव से वहां की संस्कृति से जुड़कर मुझे आनंद आता है। अब जैसे मुझे ये गमछा पहनाया गया, मेरे लिए बड़े गर्व और सम्मान का विषय होता है। लेकिन कांग्रेस इसका भी मजाक उड़ाती है। असम के नौजवानों को नए अवसर देने के लिए, असम में उद्योगों के लिए बेहतर माहौल बनाने के लिए, असम की महिलाओं को और सशक्त करने के लिए, असम के किसानों की आय बढ़ाने के लिए, भाजपा सरकार निरंतर काम कर रही है।"
"ये समय असम के भविष्य के लिए बहुत अहम"
"असम में शांति बनाए रखने के लिए, स्थिरता बनाए रखने के लिए बीजेपी सरकार की, एनडीए सरकार की निरंतर जरूरत है। ये समय असम के भविष्य के लिए बहुत अहम है। ये समय आत्मविश्वास का है, आत्मनिर्भरता का है। एक तरफ हमारी सरकार, सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास के पवित्र मंत्र पर काम कर रही है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
"कांग्रेस आज झूठी घोषणाओं का भोंपू बनकर रह गई है। उसकी ये सच्चाई देश भर के लोग देख भी रहे हैं, समझ भी रहे हैं। कभी देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस, आज सिमटती जा रही है। कारण बिल्कुल साफ है। कांग्रेस में प्रतिभा के प्रति सम्मान नहीं है, सत्ता का लालच सर्वोपरि है। सत्ता के लिए ये किसी का भी साथ ले सकते हैं, किसी का भी साथ दे सकते हैं। आपको याद रखना है कि ये वही कांग्रेस है, जिसने मूल निवासियों को जमीन का अधिकार देने के लिए कभी भी गंभीर कदम नहीं उठाए। यहां के मूल निवासियों को जमीन के पट्टे देने का काम सर्बानंद जी के नेतृत्व में NDA की सरकार ने ही शुरू किया।"