अंक ज्योतिष भी भविष्य जानने की एक विधा है। भारत में इसका चलन काफी पहले से ही लेकिन वर्तमान में इसका प्रचार-प्रसार लगातार बढ़ रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता में भी लगातार इजाफा हो रहा है।
अंक ज्योतिष का चलन वर्तमान समय में बढ़ता ही जा रहा है। इसका कारण इसकी सटीक प्रीडिक्शन है। इसका विधा का मुख्य आधार जन्म तारीख यानी डेट ऑफ बर्थ है। इसी को जोड़कर मूलांक, जन्मांक और नामांक निकाला जाता है।
अंकों के बिना जीवन की कल्पना करना मुश्किल हैं क्योकि हमारे बहुत से काम अंकों पर ही आधारित हैं। अंक न सिर्फ हमारा जीवन आसान करते हैं बल्कि भविष्य के बारे में भी काफी कुछ बताते हैं।
अंक ज्योतिष का अपना विशेष महत्व है। इसका मुख्य आधारा डेट ऑफ बर्थ है यानी जन्म तारीख। इसी के सभी अंकों को जोड़कर एक मूलांक निकाला जाता है, जिसे लकी नंबर भी कहते हैं। इसी के आधार पर प्रीडिक्शन की जाती है।
Ank Rashifal April 2023: अंक ज्योतिष का चलन दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। विदेश के साथ-साथ ही अब ये विधा हमारे देश में भी फैलती जा रही है। अंक ज्योतिष को अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
अंक ज्योतिष हमारे लिए बहुत ही उपयोगी है। इसके माध्यम से हम भूत, भविष्य और वर्तमान सभी के बारे में जान सकते हैं। ये भी ज्योतिष शास्त्र की तरह ही काम करता है। वर्तमान में इसका चलन दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है।
अंक ज्योतिष वर्तमान में भविष्य जानने का एक सरल और बेहतर माध्यम होता जा रहा है। इसका मुख्य आधार डेट ऑफ बर्थ है यानी जन्म तारीख। डेट ऑफ बर्थ के संख्या को जोड़कर एक मूलांक निकाला जाता है, इसे ही लकी नंबर कहते हैं।
अंक से न सिर्फ हमारा काम आसान हुआ है बल्कि और भी कई मामलों में अंक हमारे लिए काफी उपयोगी साबित हुए हैं। अंक का महत्व ज्योतिष शास्त्र में भी है। अंक शास्त्र के माध्यम से किसी का भी भविष्य जाना जा सकता है।
अंक ज्योतिष से भी भूत, भविष्य और वर्तमान से जुड़ी कई बातें जानी जा सकती है। ज्योतिष की ये विधा भी वैदिक ज्योतिष की ही तरह काम करती है। इसमें जन्म तारीख के अनुसार व्यक्ति के भविष्य के बारे में प्रीडिक्शन की जाती है।
अंक ज्योतिष में डेट ऑफ बर्थ के अंकों को जोड़कर मूलांक, नामांक और भाग्यांक आदि निकाले जाते हैं। इन सभी से हमारे भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। ये सभी अंक किसी एक ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं।