सार
Guru Vakri Rashifal 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 4 सितंबर से सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह गुरु वक्री हो चुका है। कुछ पंचांगो में गुरु के वक्री होने की तारीख 5 सितंबर भी बताई गई है। गुरु का वक्री होना कई राशि वालों की मुसीबत बढ़ा सकता है।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य व चंद्रमा को छोड़कर अन्य सभी ग्रह समय-समय पर वक्री होते रहते हैं। वक्री का अर्थ है उल्टा चलना। (Guru Vakri Rashifal 2023) ग्रहों की ये उल्टी चाल सभी राशि के लोगों पर शुभ-अशुभ प्रभाव डालती है। गुरु को सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह कहा जाता है। ये ग्रह 4 सितंबर से मेष राशि में वक्री हो चुका है। गुरु ग्रह लगभग 118 दिन तक यानी 31 दिसंबर तक इसी अवस्था में रहेगा। आगे जानिए गुरु के वक्री होने से किन राशि वालों की परेशानी बढ़ सकती है..
वृषभ राशि का होगा बुरा हाल
गुरु के वक्री होने से वृषभ राशि वालों को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। इनका बैंक बैलेंस खत्म हो सकता है। न चाहते हुए भी कुछ खर्च करने पड़ सकते हैं, जिससे बजट बिगड़ सकता है। सेहत के मामलों में भी सावधान रहने की जरूरत है। वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति बन सकती है। धर्म-कर्म में मन नहीं लगेगा। किसी से विवाद भी संभव है।
कन्या राशि वाले रहें संभलकर
इस राशि वालों को बिजनेस में घाटा हो सकता है, इसलिए हर फैसला सोच-समझकर करें। साझेदारी में कोई काम न करें। नौकरी में बनता हुआ काम बिगड़ने से अधिकारी आपसे नाराज हो सकते हैं, आपका डिमोशन भी हो सकता है। उधार दिया पैसा अटक सकता है। पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा। बच्चों के कारण मान हानि के योग बनेंगे। कोर्ट केस के मामले और भी उलझ सकते हैं।
कुंभ राशि वाले रखें सेहत का ध्यान
गुरु के वक्री होने से कुंभ राशि वालों की सेहत पर सबसे ज्यादा असर होगा। इनके कोई पुराने रोग फिर से उभर सकते हैं। अस्पतालों के चक्कर लगाने में पैसा भी खर्च होगा और मानसिक तनाव भी बढ़ेगा। नौकरी-बिजनेस में भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। ससुराल पक्ष से विवाद संभव है। अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें, नहीं तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।