सार
14 अगस्त, सोमवार को पहले धूम्र नाम का अशुभ योग और इसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से प्रजापति नाम का शुभ योग इस दिन रहेगा। इसके अलावा इस दिन सिद्धि और व्यातिपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 07:42 से 09:18 तक रहेगा।
उज्जैन. इन दिनों सावन का अधिक मास चल रहा है। इस मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाता है। इस बार ये तिथि 14 अगस्त, सोमवार को है। चूंकि अधिक मास 3 साल में एक बार आता है कि इसलिए ये व्रत भी 3 साल में एक ही बार किया जाता है। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
14 अगस्त का पंचांग (Aaj Ka Panchang 14 August 2023)
14 अगस्त 2023, दिन सोमवार को श्रावण अधिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि सुबह 10.25 तक रहेगी। इसके बाद चतुर्दशी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। सोमवार को पुनर्वसु नक्षत्र सुबह 11 बजे तक रहेगा, इसके बाद पुष्य नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले धूम्र नाम का अशुभ योग और इसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से प्रजापति नाम का शुभ योग इस दिन रहेगा। इसके अलावा इस दिन सिद्धि और व्यातिपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 07:42 से 09:18 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
सोमवार की सुबह चंद्रमा मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में रहेगा, जहां पहले से ही शुक्र और सूर्य स्थित है। इस दिन शनि कुंभ राशि में, बुध और मंगल सिंह राशि में, गुरु और राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में रहेंगे। सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
14 अगस्त के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- श्रावण अधिक मास
पक्ष- कृष्ण
दिन- सोमवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- पुनर्वसु और पुष्य
करण- वणिज और विष्टि
सूर्योदय - 6:06 AM
सूर्यास्त - 6:56 PM
चन्द्रोदय - Aug 14 3:57 AM
चन्द्रास्त - Aug 14 5:59 PM
अभिजीत मुहूर्त - 12:05 PM – 12:57 PM
अमृत काल - 08:27 AM – 10:13 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:30 AM – 05:18 AM
14 अगस्त का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 10:55 AM – 12:31 PM
कुलिक - 2:07 PM – 3:44 PM
दुर्मुहूर्त - 12:57 PM – 01:48 PM और 03:31 PM – 04:22 PM
वर्ज्यम् - 08:04 PM – 09:51 PM
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।