सार
15 मई ,सोमवार को पहले पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग और इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से गद नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा विषकुंभ और प्रीति नाम के 2 अन्य योग भी बनेंगे। राहुकाल सुबह 7:28 से 9:06 तक रहेगा।
उज्जैन. ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अचला और अपरा एकादशी कहते हैं। इस बार ये तिथि 15 मई, सोमवार को है। इस दिन सूर्य भी अपनी राशि बदलकर मेष से वृष में प्रवेश करेगा। इसे वृष संक्रांति कहेंगे। एक ही दिन में 2 बड़े पर्व होने से ये दिन बहुत ही खास हो गया है। ये दिन व्रत, दान, उपाय आदि के लिए बहुत ही शुभ रहेगा। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
15 मई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 15 मई 2023)
15 मई 2023, दिन सोमवार को ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पूरे दिन रहेगी। सोमवार को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र सुबह 09.08 तक रहेगा। इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रात अंत रहेगा। सोमवार को पहले पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग और इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से गद नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा, सर्वार्थसिद्धि, विषकुंभ और प्रीति नाम के 3 अन्य योग भी बनेंगे। राहुकाल सुबह 7:28 से 9:06 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
सोमवार को सूर्य मेष से निकलकर वृष राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन चंद्रमा मीन राशि में, शनि कुंभ राशि में, मंगल कर्क राशि में, केतु तुला राशि में, शुक्र मिथुन राशि में, सूर्य, राहु, गुरु और बुध (वक्री) मेष राशि में रहेगा। सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
15 मई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
पक्ष- कृष्ण
दिन- सोमवार
ऋतु- ग्रीष्म
नक्षत्र- पूर्वा और उत्तरा भाद्रपद
करण- बव और बालव
सूर्योदय - 5:49 AM
सूर्यास्त - 6:56 PM
चन्द्रोदय - May 15 2:50 AM
चन्द्रास्त - May 15 2:59 PM
अभिजीत मुहूर्त – 11:56 AM – 12:49
15 मई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 10:44 AM – 12:23 PM
कुलिक - 2:01 PM – 3:40 PM
दुर्मुहूर्त - 12:49 PM – 01:41 PM और 03:26 PM – 04:19 PM
वर्ज्यम् - 06:23 PM – 07:55 PM
ये भी पढ़ें-
Ganga Dussehra 2023: कब है गंगा दशहरा, क्यों मनाते हैं ये पर्व? जानें सही डेट, पूजा विधि और शुभ योग
Vrishabha Sankranti 2023: 15 मई को सूर्य बदलेगा राशि, खत्म होगा अशुभ योग, शुभ फल के लिए करें ये उपाय
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।