सार
4 सितंबर, सोमवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से राक्षस और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से चर नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन ध्रुव और व्याघात नाम के 2 अन्य योग भी बनेंगे। राहुकाल सुबह 07:46 से 09:19 तक रहेगा।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य और चंद्रमा को छोड़कर समय-समय पर सभी ग्रह वक्री व मार्गी होते हैं। वक्री यानी यानी टेढ़ी चाल से चलने लगता हैं। 4 सितंबर को गुरु ग्रह मेष राशि में वक्री हो जाएगा। ये स्थिति कुछ राशि वालों के लिए शुभ रहेगी तो किसी के लिए अशुभ। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
4 सितंबर का पंचांग (Aaj Ka Panchang 4 september 2023)
4 सितंबर 2023, दिन सोमवार को भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि शाम 04.48 तक रहेगी, इसके बाद षष्ठी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन रक्षा पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। सोमवार को अश्विनी नक्षत्र सुबह 09.26 तक रहेगा, इसके बाद भरणी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से राक्षस और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से चर नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन ध्रुव और व्याघात नाम के 2 अन्य योग भी बनेंगे। राहुकाल सुबह 07:46 से 09:19 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
सोमवार को गुरु ग्रह मेष राशि में वक्री हो जाएगा यानी टेढ़ी चाल से चलने लगेगा, इस राशि में राहु और चंद्रमा भी रहेगा। इस दिन शनि कुंभ राशि में, बुध और सूर्य सिंह राशि में, केतु तुला राशि में, मंगल कन्या राशि में और शुक्र कर्क राशि में रहेंगे। सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
4 सितंबर के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- भादौ मास
पक्ष- कृष्ण
दिन- सोमवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- अश्विनी और भरणी
करण- तैतिल और गर
सूर्योदय - 6:13 AM
सूर्यास्त - 6:38 PM
चन्द्रोदय - Sep 04 9:47 PM
चन्द्रास्त - Sep 05 11:23 AM
अभिजीत मुहूर्त - 12:01 PM – 12:50 PM
अमृत काल - 04:17 AM – 05:51 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:37 AM – 05:25 AM
4 सितंबर का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 10:52 AM – 12:25 PM
कुलिक - 1:59 PM – 3:32 PM
दुर्मुहूर्त - 12:50 PM – 01:40 PM और 03:19 PM – 04:09 PM
वर्ज्यम् - 06:52 PM – 08:26 PM
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।