सार

8 जनवरी, 2025 को बुध और मंगल षडाष्टक योग बना रहे हैं। यह योग संघर्ष, मानसिक द्वंद्व या ऊर्जा में असंतुलन का संकेत देता है। 
 

8 जनवरी, 2025 को बनने वाला बुध और मंगल का षडाष्टक योग एक विशेष घटना है। यह योग तब बनता है जब दो ग्रह 6 और 8वें भाव के अंतर में स्थित होते हैं। यह योग संघर्ष, मानसिक द्वंद्व और ऊर्जा में असंतुलन का संकेत देता है। इसलिए, इस योग को ज्योतिष में अशुभ माना जाता है, हालाँकि यह कुछ विशेष परिस्थितियों में अनुकूल भी हो सकता है।

बुध मिथुन राशि का स्वामी ग्रह है और मंगल के साथ षडाष्टक योग इस राशि पर गहरा प्रभाव डालने की संभावना दर्शाता है। नौकरीपेशा लोगों के लिए कार्यस्थल पर तनावपूर्ण माहौल रह सकता है। आपके बॉस या सहकर्मियों के साथ मतभेद हो सकते हैं। व्यावसायिक निर्णयों में गलतियाँ होने की आशंका है। आर्थिक नुकसान से बचने के लिए सोच-समझकर कदम उठाएँ। पदोन्नति या नई नौकरी की उम्मीदों में रुकावट आ सकती है। कोई भी फैसला जल्दबाजी में न लें और अपनी वाणी पर संयम रखें। कड़ी मेहनत और धैर्य से काम लें।

बुध कन्या राशि का स्वामी ग्रह है और मंगल का प्रभाव इस राशि के जातकों के लिए मानसिक तनाव और स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा कर सकता है। कार्यस्थिरता बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। योजनाओं में देरी या विफलता की संभावना है। कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ विवादों से बचें। व्यापार में साझेदारी में धोखा हो सकता है। बड़े निवेश अभी टाल दें। अपने विचारों को स्पष्ट रखें और किसी भी काम को टालने से बचें। अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, खासकर पेट संबंधी समस्याओं से बचें।

मंगल वृश्चिक राशि का स्वामी है, लेकिन बुध के साथ अशुभ योग इस राशि के जातकों के लिए करियर और रिश्तों में अस्थिरता लाता है। करियर: कार्यभार बढ़ सकता है। वरिष्ठ अधिकारियों से वाद-विवाद हो सकता है। व्यापारिक साझेदारों के साथ विवाद या कानूनी मामले उठ सकते हैं। काम में ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है, जिससे प्रदर्शन में गिरावट आ सकती है। कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट शुरू करने से पहले सोच-विचार कर लें। अनावश्यक क्रोध और बहस से बचें।