सार
चंद्र देव आज देर रात अपनी राशि बदलेंगे। इस बार देवगुरु बृहस्पति, मीन राशि में गोचर करेंगे।
ज्योतिष में चंद्रमा को मुख्य स्थान दिया गया है, यह नैतिकता, माता, हृदय और मन का कारक ग्रह है। चंद्रमा के गोचर होने पर सभी राशियों के जीवन पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। साथ ही, इसका असर देश-दुनिया पर भी दिखाई देता है। वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार, 2025 के दूसरे महीने के पहले दिन चंद्रमा अपनी राशि बदलेंगे, जिसका अशुभ प्रभाव मुख्य तीन राशियों पर पड़ेगा। आइए जानते हैं फरवरी में चंद्रमा किन तीन राशियों के लिए परेशानी का कारण बनेंगे।
पंचांग की गणना के अनुसार, 1 फरवरी 2025 को रात 8:58 बजे चंद्रमा अपनी राशि बदलेंगे। इस दौरान चंद्रमा मीन राशि में गोचर करेंगे, जिसके स्वामी ग्रह देवगुरु बृहस्पति माने जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति को धन, सुख, समृद्धि और वैभव आदि देने वाला
चंद्रमा का गोचर वृषभ राशि के जातकों का तनाव बढ़ा सकता है। व्यापारियों के खर्चों में अचानक वृद्धि देखने को मिलेगी, जिससे घर का बजट असंतुलित होगा। नौकरीपेशा वाले गलत जगह निवेश करके आर्थिक नुकसान उठा सकते हैं। इस दौरान दुकानदारों के लिए उधार लेना या देना अच्छा नहीं है। दंपत्ति के बीच विवाद या मतभेद बढ़ सकते हैं। बुजुर्गों को किसी पुराने रोग का दर्द फिर से परेशान करेगा।
मन के कारक ग्रह की चाल में बदलाव के कारण तुला राशि के जातकों के जीवन में उतार-चढ़ाव की संभावना है। नौकरीपेशा वालों को कर्ज लेने से बचना चाहिए, क्योंकि पैसा वापस करने में परेशानी हो सकती है। इस दौरान छात्रों के करियर में तरक्की के योग नहीं हैं। फिजूलखर्ची बढ़ने से आने वाले दिनों में व्यापारियों को धन की कमी का सामना करना पड़ेगा। जीवनसाथी के साथ तालमेल बनाए रखने में मुश्किल होगी। फरवरी के महीने में तुला राशि वालों को किसी पुराने रोग का दर्द परेशान करेगा।
वृषभ और तुला राशि के अलावा चंद्रमा का गोचर कुंभ राशि के जातकों पर अशुभ प्रभाव डालेगा। कार्यक्षेत्र में परेशानियां बढ़ेंगी। सहकर्मियों या अधिकारियों से विवाद हो सकता है, जिससे मानसिक तनाव रहेगा। कोई बड़ा सौदा पूरा न होने के कारण व्यापारियों को भारी नुकसान होगा। दंपत्ति के बीच प्यार और आपसी समझ की कमी के कारण समस्याएं उत्पन्न होंगी। थकान और कमजोरी की समस्या पूरे महीने बुजुर्गों को परेशान करेगी।